लिम्का बुक में क्यों दर्ज हुआ प्रकाश का नाम
लिम्का बुक में क्यों दर्ज हुआ प्रकाश का नाम
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राजस्थान : जब कोई कलाकार अपनी सोच को अनूठी शक्ल देकर कोई नई चीज पेश करता है, तो वह प्रशंसा की पात्र बन जाती है. ऐसा ही कुछ राजस्थान के फलौदी शहर के एक युवा स्वर्णकार प्रकाश सोनी ने एक ऐसी कलाकृति बनाई जो जग विख्यात हो गई. दरअसल प्रकाश ने चांदी का 1.5 सेंटीमीटर का सबसे छोटा टेबल पंखा बनाकर लिम्का बुक में अपना नाम दर्ज करा लिया.

आपको जानकर यह आश्चर्य होगा कि प्रकाश ने परंपरागत हुनर व आधुनिक तकनीक की मदद से मात्र चार घंटे में ही चांदी का 1.5 सेंटीमीटर का टेबल पंखा बना दिया. इस पंखे की लम्बाई 1.5 सेंटीमीटर है और इसका वजन मात्र 1.8 ग्राम है. इसके निर्माण में मोबाइल वाइब्रेटर, चांदी, प्लास्टिक, तार आदि का उपयोग किया गया है.यह पंखा कलाई की घड़ी के सेल या मोबाइल चार्जर नोकिया चार्जर से भी चलता है.पीएम मोदी के प्रशंसक प्रकाश ने इस इस सबसे छोटे पंखे पर नमो पीएम लिखा है.

उल्लेखनीय है कि इस सबसे छोटे पंखे को देखने के लिए सूक्ष्मदर्शी यंत्र की मदद लेनी पड़ती है.राजस्थान के इस कलाकार प्रकाश का नाम लिम्का बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल होना गर्व का विषय है. प्रकाश अब इस पंखे को पीएम नरेंद्र मोदी को भेंट करना चाहते हैं, लेकिन उन्हें इस मामले में अभी तक सफलता नहीं मिली है.जो भी हो प्रकाश ने इस अनूठे सबसे छोटे पंखे को बनाकर वाहवाही तो लूट ली है.

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