कोच्ची: शुक्रवार (2 अगस्त 2024) को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा ने केरल के वायनाड में मुंदक्कई और पुंचिरी मट्टम गांवों की यात्रा की, जहाँ हाल ही में हुए भूस्खलन ने भारी तबाही मचाई है। हालांकि, कांग्रेस नेताओं के दौरे को स्थानीय निवासियों का आक्रोश भी झेलना पड़ा, जिन्होंने उनके वाहनों को रोक लिया और सीधे तौर पर अपनी शिकायतें व्यक्त कीं।
एक स्थानीय निवासी ने राहुल की कार को रोकते हुए गाड़ी चला रहे पुलिस अधिकारी से कहा कि, "भाई, उनसे कहो कि गाड़ी रोके! हम ही वे लोग हैं जिन्होंने उन्हें वोट दिया और जिताया। अगर उन्हें गाड़ी से बाहर न निकलने और कीचड़ में अपने पैर गंदे न करने की इतनी चिंता है, तो वह यहाँ क्यों आए हैं? यहाँ देखने के लिए क्या है?" स्थानीय लोग ज़मीनी हालात से पूरी तरह से निपटने में राहुल गांधी की स्पष्ट अनिच्छा से नाराज़ नज़र आ रहे थे। इस घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में कई स्थानीय लोग कांग्रेस नेता पर अपना गुस्सा उतारते हुए नज़र आ रहे हैं।
Kerala: LoP in the Lok Sabha and Congress MP Rahul Gandhi, along with Congress leader Priyanka Gandhi, visited the villages of Mundakkai and Punchiri Mattam in Wayanad affected by a landslide.
— IANS (@ians_india) August 2, 2024
While there, they were stopped by locals and residents who said, "Brother, ask him to… pic.twitter.com/PHgSmfLwxR
बता दें कि, वायनाड में इस वक़्त स्थिति बहुत खराब है, यहां के लोग भूस्खलन थमने के बाद भी तबाही से जूझ रहे हैं, जिसने उनके घरों और आजीविका को तबाह कर दिया है। स्थानीय लोगों का असंतोष साफ झलक रहा था, क्योंकि उन्होंने राहुल गांधी पर उनकी ज़रूरत के समय उन्हें अकेला छोड़ने का आरोप लगाया। केरल भाजपा के नेता संदीप वाचस्पति ने कहा कि, "वायनाड के लोग पीड़ित हैं। यह उनके जीवन की सबसे खराब स्थितियों में से एक है। फिर भी, उनके सांसद, जिन्होंने वायनाड जिले से बहुमत और महत्वपूर्ण अंतर से वोट प्राप्त किया, उन्हें छोड़ कर उत्तर प्रदेश भाग गए हैं। यह आश्चर्यजनक है कि सांसद एक पर्यटक के रूप में अपने निर्वाचन क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं।"
उल्लेखनीय है कि 2 अगस्त को चूरलमाला और मुंडक्कई में भूस्खलन से मरने वालों की संख्या 334 तक पहुंच गई, सेना, NDRF और नौसेना कर्मियों ने अतिरिक्त शव बरामद किए। अधिकारियों को चिंता है कि यह संख्या और बढ़ सकती है, क्योंकि 281 लोग लापता हैं। 30 जुलाई की सुबह मुंडक्कई और चूरलमाला में हुए दोहरे भूस्खलन ने व्यापक विनाश किया, जिसके परिणामस्वरूप कई मौतें और चोटें आईं। लगभग 300 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। जिला प्रशासन ने वायनाड में 9,328 लोगों को 91 राहत शिविरों में स्थानांतरित कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि बरामद शवों के अंगों सहित कुल 327 शव परीक्षण किए गए हैं।
बता दें कि, राहुल गांधी और प्रियंका का दौरा पहले निर्धारित था, लेकिन खराब मौसम की वजह से उन्होंने दौरा रद्द कर दिया था। राहुल गांधी द्वारा ये सीट छोड़े जाने के बाद यहाँ से प्रियंका गांधी वाड्रा चुनाव लड़ने वाली हैं, जो उनका पहला ही चुनाव होगा। इस सीट पर मुस्लिम लीग ने कांग्रेस को खुला समर्थन दिया है, जिनकी आबादी यहाँ अच्छी खासी है। ऐसे में इस सीट से प्रियंका का जीतना तय माना जा रहा है।