दुगनी रफ़्तार से फ़ैल रहा कोरोना संक्रमण, जानिए कौन सा मास्क देगा आपको सुरक्षा और इस्तेमाल का सही तरीका
दुगनी रफ़्तार से फ़ैल रहा कोरोना संक्रमण, जानिए कौन सा मास्क देगा आपको सुरक्षा और इस्तेमाल का सही तरीका
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भारत में ओमिक्रोन (Omicron in India) का खतरा अब तेजी से बढ़ता चला जा रहा है। दिन पर दिन ओमीक्रॉन से लेकर कोरोना संक्रमण तक के मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे में अभी तक ज्‍यादा मरीजों के असिम्‍टोमैटिक या कम गंभीर लक्षणों के होने के चलते विशेषज्ञ इसके प्रति पैनिक न करने लेकिन कोरोना संबंधी नियमों और सावधानियों का कड़ाई से पालन करने की अपील कर रहे हैं। आपको बता दें कि संक्रमण को रोकने के लिए कोविड व्‍यवहार (Covid Appropriate Behaviour) में सबसे ज्‍यादा जरूरी मास्‍क (Mask) है। जी हाँ और यह भी कहा जा रहा है कि वैक्‍सीन रोग की गंभीरता को जरूर कम कर सकती है लेकिन इसके संक्रमण को फैलने से रोकने में मास्‍क कारगर है। जी हाँ, मास्‍क पहनने (Wearing Mask) से संक्रमण के फैलाव को कम किया जा सकता है।

एक अध्ययन में यह पाया गया है कि करीब 1 लाख 78 हजाार लोगों को मास्‍क बांटने के बाद जब उनके व्‍यवहार और कोविड को लेकर जानकारी जुटाई गई तो चौंकाने वाला आंकड़ा सामने आया। जिसमें देखा गया कि सिम्‍टोमैटिक कोविड के लक्षणों में 11.9 फीसदी की कमी दर्ज की गई जबकि 9.3 फीसदी कमी उन मामलों में देखी गई जिनमें सीरो पॉजिटिविटी पाई गई। इसका मतलब है जो ब्‍लड टेस्‍ट में पॉजिटिव आए थे। वहीं ऐसे में देखा गया कि मास्‍क पहनने वालों की संख्या सिर्फ 30 फीसदी बढ़ने से करीब 10 फीसदी तक कोरोना में कमी देखी गई। ऐसे में मास्‍क पहनने वाले 100 फीसदी हो जाएं तो कोरोना संक्रमण को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

अब हम आपको बताने जा रहे हैं सर्जिकल मास्‍क पहनने के दौरान क्या गलती करते हैं लोग- जी दरअसल दिल्‍ली स्थित वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज और सफदरजंग अस्‍पताल के पल्‍मोनरी क्रिटिकल केयर मेडिसिन के हेड ऑफ द डिपार्टमेंट डॉ. नीरज कुमार गुप्‍ता कहते हैं 'विश्व में कोरोना जब से शुरू हुआ तभी से मास्‍क पहनने के लिए कहा जा रहा है। इसका सीधा कारण है वायरस का एयरोसोल या ड्रॉपलेट के माध्‍यम से नाक या मुंह से व्‍यक्ति के शरीर में प्रवेश करना। ऐसे में जब दो लोग मास्‍क लगाकर रखते हैं तो संक्रमण का आदान-प्रदान होने की संभावना घट जाती है। ऐसे में मास्‍क पहनना संक्रमण (Infection) से बचने का प्राथमिक और बेहतर उपाय है। अभी तक हुई स्‍टडीज में भी सर्जिकल मास्‍क को सबसे बेहतर सुरक्षा कवच माना गया है लेकिन अन्‍य उपलब्‍ध मास्‍क भी उपयोगी हैं, बशर्ते कुछ चीजों का ख्‍याल रखा जाए।' उन्होंने कहा, 'लोग सर्जिकल मास्‍क लगाने के दौरान भी कई गलतियां करते हैं, जो उन्‍हें बीमारी से बचाने के बजाय संक्रमण के करीब ले जाती हैं। लोग एक ही सर्जिकल मास्‍क को कई-कई दिनों तक इस्‍तेमाल करते हैं, उसे बार-बार छूते हैं। जिससे वायरस से बचाव नहीं हो पाता। बहुत जरूरी है कि सर्जिकल मास्‍क को सिर्फ एक बार इस्‍तेमाल किया जाए।'

अगर कपड़े का मास्‍क लगा रहे हैं तो अपनाएं ये तरीका- डॉ. गुप्‍ता के अनुसार कपड़े का मास्‍क उपयोगी हो सकता है लेकिन एक शर्त पर कि वह पहले तो थ्री प्‍लाई या थ्री लेयर में होना चाहिए। इसके अलावा अगर किसी ऐसी जगह पर जा रहे हैं जहां वायरस या बीमारी का खतरा ज्‍यादा है तो वहां सिर्फ कपड़े का मास्‍क काम नहीं करेगा, इसके साथ सर्जिकल मास्‍क पहनना फायदेमंद हो सकता है। इसके लिए पहले आप सर्जिकल मास्क पहने और फिर उसके ऊपर कपड़े का मास्‍क पहने।

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