मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा चढ़ चुका है, तथा इस बीच एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने महायुति में पालघर की सीट पर राजेंद्र गावित की उम्मीदवारी का ऐलान किया है। इस फैसले ने पालघर विधानसभा क्षेत्र के मौजूदा MLA श्रीनिवास वनगा को गहरी नाराजगी में डाल दिया है। श्रीनिवास बीते कई घंटों से संपर्क से बाहर हैं, जिससे उनके परिवार और समर्थकों में चिंता का माहौल है। उनकी पत्नी ने यह भी बताया कि श्रीनिवास के मन में आत्महत्या के विचार आ रहे थे।
दरअसल, श्रीनिवास उन विधायकों में से हैं जिन्होंने शिंदे के बागी होने के वक़्त उनका साथ दिया था, किन्तु इसके बावजूद उन्हें टिकट नहीं दिया गया, तत्पश्चात, उनका रोते हुए वीडियो वायरल हो गया। वह पार्टी से नाराज थे, मगर कई घंटे बीतने के पश्चात् भी बिना बताए घर से निकल गए। श्रीनिवास अभी तक घर नहीं लौटे हैं, जिससे उनके परिवार ने चिंता जताई है। टिकट न प्राप्त होने पर श्रीनिवास ने नाराजगी जताई थी तथा फफक-फफक कर रोने लगे थे। उनकी खोज के लिए पालघर पुलिस ने 4 से 5 टीमें बनाई हैं। श्रीनिवास की तलाश पालघर एवं उसके आसपास के जिलों में की जा रही है। उनके दोनों फोन बंद हैं। आखिरी लोकेशन एवं CCTV फुटेज के माध्यम से तलाश जारी है।
श्रीनिवास वनगा की पत्नी सुमन वनगा ने कहा, “श्रीनिवास कल से तनाव में थे। मेरे लिए जीने का कोई फायदा नहीं है, मैं इतनी बुरी स्थिति में हूं कि मेरे बॉस ने मुझे छोड़ दिया है। कल वह बोलते रहे कि मैं अपनी जिंदगी में कुछ अच्छा करूंगा। हमने उन्हें समझाने का प्रयास किया, मगर वे सुनने के मूड में नहीं थे। फिर वे शाम को घर से निकल गए। उन्हें फोन की भी आवश्यकता नहीं है, मगर वे वापस नहीं आए। मैंने उनके दोस्तों को भी बुलाया तथा उनसे पूछा। मैंने उनके ड्राइवर और बॉडीगार्ड से भी पूछा। रात में अंधेरा था, उस अंधेरे में वे घर से बाहर निकले और तेजी से चले गए।” सीएम एकनाथ शिंदे ने श्रीनिवास वनगा की पत्नी से भी चर्चा की। वनगा की पत्नी ने बताया कि शिंदे ने श्रीनिवास को दहानू विधानसभा से उम्मीदवार बनाने का आश्वासन दिया था, मगर वहां से भी कोई उम्मीदवारी नहीं दी गई। उस वक़्त यह सोचा गया था कि उन्हें पालघर से उम्मीदवार बनाया जाएगा, लेकिन वहां भी उन्हें उम्मीदवार घोषित नहीं किया गया। फिलहाल लोगों की अलग-अलग राय है तथा प्राथमिकताएं भिन्न हैं। एकनाथ शिंदे ने आश्वासन दिया कि वह श्रीनिवास वनगा को विधान परिषद में भेजेंगे।
झारखंड शराब घोटाले में ED का एक्शन, IAS अफसरों सहित 17 ठिकानों पर रेड
जो बिडेन ने व्हाइट हाउस में मनाई दिवाली, बुश के समय से जारी है परंपरा
'वक़्फ़ सम्पत्तियों में सैनिकों को मिले अधिकार..', उत्तराखंड वक़्फ़ बोर्ड का प्रस्ताव