ग्वालियर: मध्य प्रदेश के ग्वालियर से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है यहाँ एक मां और बेटे को सांप के काटने के बाद तुरंत चिकित्सालय न ले जाकर, उनके परिजन उन्हें उपचार के लिए स्थानीय दांगी बाबा के देवस्थान पर ले गए। परिजन एवं ग्रामीण वहां लगभग 6 घंटे तक घंटियाँ बजाते रहे तथा मां-बेटे के ठीक होने की प्रतीक्षा करते रहे। जब दोनों की हालत में सुधार नहीं आया, तो परिजन उन्हें चिकित्सालय ले गए, किन्तु तब तक बहुत देर हो चुकी थी। चिकित्सालय पहुंचने पर चिकित्सकों ने मां और बेटे दोनों को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद भी, परिजन उनकी ठीक होने की उम्मीद में कई घंटे तक मां-बेटे के शव को देवी-देवताओं की शरण में ले कर घूमते रहे।
अंधविश्वास की इस घटना का पूरा मामला भितरवार तहसील के चिनौर थाना क्षेत्र के ग्राम ररुआ का है, जहां शनिवार-रविवार की दरमियानी रात लगभग 1 बजे सांप ने एक ही पलंग पर सो रहे मां और बेटे को काट लिया। सांप के दंश से पीड़ित मां राम बेटी एवं बेटे अर्जुन परिहार को उपचार के लिए अस्पताल न ले जाते हुए, परिजन गांव में एक प्रसिद्ध दांगी बाबा के देवस्थान पर ले गए।
यहाँ पूजा-अर्चना के माध्यम से दोनों को ठीक करने का प्रयास किया गया, जबकि गांव के लोग भी वहां मौजूद थे। जब देवस्थान पर कोई लाभ नहीं हुआ एवं मां-बेटे की हालत बिगड़ने लगी, तब उन्हें ग्वालियर जिला चिकित्सालय ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके बाद भी, मां-बेटे के ठीक होने की उम्मीद में परिजन उनके शवों को सोमवार को पूरा दिन देवी-देवताओं के स्थान पर ले कर घूमते रहे तथा जब कोई उम्मीद नहीं दिखी, तो रात भर शवों को दांगी बाबा के देवस्थान पर रखा। अंत में मंगलवार को, जब परिजन शवों को लेकर भितरवार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, तब मां-बेटे के शव का पोस्टमार्टम कराया गया।
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