जब ग्वालियर में अपनी चुनावी शिकस्त पर खिलखिलाकर हंस पड़े थे अटल जी, बताया था ये कारण
जब ग्वालियर में अपनी चुनावी शिकस्त पर खिलखिलाकर हंस पड़े थे अटल जी, बताया था ये कारण
Share:

नई दिल्ली: आज पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि है। भारत के इस महान राजनेता के जीवन से संबंधित कई किस्से मशहूर हैं। ऐसा ही एक किस्सा उस समय का है, जब वह अपनी ही चुनावी हार पर हंसने लगे थे। यह बात है 1984 की। इस साल लोकसभा चुनाव में ग्वालियर संसदीय सीट से भाजपा के टिकट पर वाजपेयी ने चुनाव लड़ा था। कांग्रेस प्रत्याशी माधवराव सिंधिया उनके सामने थे। लेकिन, अटल को इस चुनाव में शिकस्त मिली, मगर हारने के बाद वह दुखी नहीं हुए बल्कि खूब हंसे। 

जब अटल जी से इस हंसी की वजह पूछी गई तो उन्होंने बताया कि, 'मेरी हार का मुझे गम नहीं है। मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि मैंने मां-बेटे की बगावत को सड़क पर आने से रोक दिया। यदि मैं ग्वालियर से चुनाव नहीं लड़ा होता, तो माधवराव सिंधिया के खिलाफ राजमाता चुनाव लड़तीं। मैं नहीं चाहता था कि ऐसा हो।' 2005 में अटल जी ने ग्वालियर की शिकस्त का जिक्र खुद भी किया था। 

उन्होंने साहित्य सभा में कहा था कि ग्वालियर में मेरी शिकस्त के पीछे इतिहास छिपा हुआ है, जो मेरे साथ ही चला जाएगा। दरअसल, ग्वालियर के सिंधिया घराने की राजमाता विजयाराजे सिंधिया और अटल बिहारी वाजपेयी जनसंघ के वक़्त से साथ थे। विजयाराजे सिंधिया अटलजी को अपना धर्मपुत्र मानती थीं। वाजपेयी ने इसी बात का उल्लेख करते हुए कहा था कि वो मां-बेटे में लड़ाई नहीं होने देना चाहते थे। 

पूर्व पीएम अटलजी की पुण्यतिथि आज, PM मोदी समेत तमाम दिग्गज नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

1 लाख मुक़दमे वापस लेगी असम सरकार, स्वतंत्रता दिवस पर CM सरमा ने किया बड़ा ऐलान

'भारत लाई जाएं नेताजी बोस की अस्थियां..', बेटी अनिता ने सरकार से की मांग

 

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
Most Popular
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -