सरदर्द, बदनदर्द, कमरदर्द जेसे कुछ दर्दो को ज्यादा गम्भीरता से न लेना और अपने मन से ही कोई भी दर्दनिवारक दवा ले लेना बहुत आम बात है. अगर आप भी ऐसा ही कुछ करते है तो सावधान हो जाइये. इस थोड़े समय के चैन के लिए उठाया गया कदम भविष्य में आपको लम्बे समय की बैचेनी दे सकता है. कहने का तात्पर्य यह है कि यह दवाइयां कुछ समय के लिए दर्द खत्म कर देती है पर यह आपके पुराने दर्द को लम्बे समय के लिए बढ़ा देती है.
‘प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज’ पत्रिका में प्रकाशित एक नए शोध में चेतावनी दी गई चेतावनी के अनुसार अक्सर दर्द निवारक खाना आपके कई पुराने दर्द की अवधि बढ़ा देता है.
इस शोध के निष्कर्षों में पिछले कुछ दशकों में दर्द निवारक दवा की लत के दुष्परिणामों के बारे में बताया है. अमेरिका की युनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो बाउल्डर द्वारा किये गए इस अध्ययन के मुख्य लेखक पीटर ग्रेस ने जानकारी दी, ‘‘हमने अपने शोध के जरिए बताया है कि मादक दवाओं का संक्षिप्त सेवन दर्द पर लंबी अवधि के नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।’’
शोधकर्ताओं ने यह अध्ययन चूहों पर किया था. जिसमे यह परिणाम सामने आये कि अफीम जैसे नशीले पदार्थो ने चूहों के दर्द में वृद्धि कर दी. आगे ग्रेस के बताया कि समान रूप से मानवों में दर्द निवारकों की वृद्धि पुराने दर्द को बढ़ाने में योगदान देती है.उन्होंने कहा कि यह दर्द निवारक समस्या को कम करने के बजाए बढ़ा देते है.