प्रधानमंत्री के गृह जिले के गांव का तुगलकी फरमान, लड़कियों को मोबाइल की क्या जरुरत
प्रधानमंत्री के गृह जिले के गांव का तुगलकी फरमान, लड़कियों को मोबाइल की क्या जरुरत
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अहमदाबाद: एक ओर देश भर में डिजिटल इंडिया की बात हो रही है, तो वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री के गृह जिले मेहसाणा के एक गांव में कुंवारी लड़कियों के मोबाइल फोन रखने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यदि किसी लड़की के पास मोबाइल बरामद होता है, तो 2100 रुपया जुर्माना लगाया जाएगा।

सूराज गांव में तुगलकी फरमान जारी करते हुए यह भी कहा गया है कि यदि कोई व्यक्ति किसी कुवांरी लड़की के पास से मोबाइल पकड़वाता है, तो उसे भी 200 रुपए इनाम के तौर पर दिए जाएंगे। सूराज गांव के सरपंच देवशी वनकर का कहना है कि इऩ लड़कियों को मोबाइल की क्या जरुरत है।

इंटरनेट हम जैसे मध्यम वर्ग के लोगों के लिए समय और पैसे की बर्बादी है लड़कियों को अपना समय पढ़ाई व अन्य कामों में खपाना चाहिए। इस फरमान में यह भी कहा गया है कि यदि कोई लड़की अपने किसी रिश्तेदार से बात करना चटाहती है, तो घरवालों के फोन का प्रयोग कर सकती है। वनकर ने कहा कि गांव की पूरी आबादी ने इस फैसले का स्वागत किया है।

सुराज गांव ने ये प्रतिबंध 12 फरवरी को लगाया। अब इसके उत्तरी गुजरात के और हिस्सों में भी फैलने की संभावना है। दरअसल गुजरात में राजनीतिक रूप से प्रभावी ठाकोर समुदाय ने इस मुहिम को शुरू किया है। इन्हें राबड़ी और वांकर जैसे ओबीसी समुदायों का भी समर्थन हासिल है।

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