कोलकाता : नगर निगम चुनाव में हुई हिंसा मामले में राजनीतिक दबाव के कारण पश्चिम बंगाल के राज्य चुनाव आयुक्त एस आर उपाध्याय ने कल पद से इस्तीफा दे दिया, जबकि अभी मतगणना होनी अभी बाकी है. इसके बाद IAS अधिकारी अलापन बंधोपाध्याय को पश्चिम बंगाल का अंतरिम राज्य चुनाव आयुक्त नियुक्त किया है.
उपाध्याय ने बताया कि मैंने राजभवन में राज्यपाल के एन त्रिपाठी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. हालांकि अभी तक उन्होने इस्तीफे के कारण को स्पष्ट नहीं किया है. हालांकि, उनसे जब यह पूछा गया कि मतगणना टालने और कुछ वार्डों में पुनर्मतदान की घोषणा करने के बाद क्या SEC के रूप में इस्तीफा देने के लिए उन पर कोई दबाव था, तो उन्होने इस पर कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया.
राज्यपाल ने कहा मुझे इस्तीफा मिल गया है. मैंने उसे राज्य सरकार की टिप्पणी के लिए भेज दिया है . फिलहाल मुझे सरकार का विचार नहीं मिला है.’’ माकपा राज्य सचिव एवं विपक्षी नेता सुर्जय कांत मिश्रा ने बताया, ‘‘यह राज्य सरकार का दबाव था कि SEC इस्तीफा दें. यह अभूतपूर्व है.’’
भाजपा सचिव सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि SEC का इस्तीफा भाजपा के इस आरोप सही बताता है कि तृणमूल कांग्रेस के शासन के तहत कोई स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव नहीं करा सकता और उपाध्याय का कदम दर्शाता है कि उन्होंने राज्य सरकार से किस तरह का दबाव झेला होगा.
बता दें कि बिधाननगर और आसनसोल में शनिवार को हुए नगर निकाय चुनावों हिंसा और धांधली लेकर तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी पार्टियों ने उपाध्याय की आलोचना की थी.