कोलकाता: पश्चिम बंगाल में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले सूबे में काफी सियासी उथल-पुथल हो रही है। इस बीच बंगाल के गवर्नर जगदीप धनखड़ ने दावा किया कि पूरे देश को सूबे में होने वाले विधानसभा चुनाव में खून-खराबा और हिंसा होने की आशंका है। उन्होंने पुलिस और प्रशासन से निष्पक्षता बनाए रखने के लिए कहा है।
गवर्नर धनखड़ ने कहा कि अगर लोक सेवक सियासी काम में शामिल हो जाएं तो यह लोकतांत्रिक व्यवस्था को बड़ा झटका होगा और कानून के शासन के लिए इससे बड़ी कोई चुनौती हो नहीं सकती है। धनखड़ ने पुरुलिया की यात्रा के दौरान प्रेस वार्ता में कहा है कि, 'देश में केवल एक चर्चा हो रही है, जिसमें आंशका जताई जा रही है कि पश्चिम बंगाल में चुनावों में खून-खराबा होगा और हिंसा होगी।' गवर्नर ने प्रशासन, पुलिस और मीडिया से भी हिंसा मुक्त विधानसभा चुनाव के लिए माहौल बनाने के लिए कहा है। यह चुनाव इस साल अप्रैल-मई में प्रस्तावित हैं।
धनखड़ ने कहा कि यदि वोटरों को डराया जाता है और सरकारी अधिकारियों को सियासी काम में शामिल किया जाता है तो यह चुनाव प्रक्रिया के लिए एक झटका होगा। उन्होंने सरकारी मशीनरी से तटस्थ रहने का आग्रह किया। इसके साथ में यह सुनिश्चित करने को कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान लोग स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकें।
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