हरियाणा में मानसून एक बार फिर से सक्रिय हो गया है. प्रदेश के कई जिलों में बारिश से मौसम (Weather) सुहावना हो गया है. बारिश से जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली है, वहीं सड़कों पर पानी भर जाने से परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है. मौसम विभाग के अनुसार 21 अगस्त तक मौसम का मिजाज ऐसा ही रह सकता है. वहीं, विभाग की मानें तो बुधवार को कैथल, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, गुड़गांव, मेवात, पलवल, फरीदाबाद, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, फतेहाबाद, सिरसा, जींद, भिवानी और चरखी दादरी में बारिश हो सकती है. इन जिलों में कुछ जगह भारी बारिश की भी संभावना है.
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राज्य में एक दिन में 5.1 मिमी. बरसात हुई है. अगस्त में अब तक 80 मिमी जल गिरा है, जो सामान्य से 20% कम है. इसका सबसे बड़ा कारण निरंतर एंटी साइक्लोन की परिस्थितियों का बनना है. हालांकि, अभी मानसून की काफी बारिश शेष हैं. अगस्त के आखिरी सप्ताह से लेकर सितंबर मध्य तक बारिश होने की पूरी संभावना है. भारतीय मौसम महकमें के चंडीगढ़ सेंटर के निदेशक डॉ. सुरेंद्र पाल के अनुसार, 1 जून से शुरू हुए मानसून सीजन में 18 अगस्त तक 293.7 मिमी. बरसात हो चुकी है, जो 3 प्रतिशत कम है. फिलहाल मानसून सक्रिय है. 19 व 20 को अच्छी बरसात के आसार है.
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बता दे कि मंगलवार को फतेहाबाद जिलों में भारी बरसात हुई. सुबह लगभग 6 बजे हुई बरसात में गलियां और मार्ग जलमग्न हो गई. चारों तरफ पानी ही पानी भरा था. फतेहाबाद के धर्मशाला मार्ग, लालबत्ती चौक, एमसी कॉलोनी और जवाहर चौक पर पानी भर गया. बता दे कि मारकंडा का जलस्तर लगातार बढ़ने से प्रशासन व लोगों की चिंता बढ़ गई है. मंगलवार दोपहर एक बजे पानी खतरे के निशान को छू गया. इसके बाद जलस्तर निरंतर बढ़ रहा है. विभाग ने पानी के खतरे को देखते हुए झांसा में मारकंडा के पानी को कंट्रोल करने के लिए सतलुज यमुना लिंक में बनाए आपातकाल कपाट खोल दिए. इसमें करीब 200 क्यूसिक पानी छोड़ा है. पानी की निरंतर बढ़ोतरी के चलते जहां 1 दिन पहले गांव कठुआ में जल प्रवेश कर गया था.
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