लखनऊ: मानसून के उत्तर की तरफ आगे बढ़ने की उम्मीद है क्योंकि चक्रवात वायु की तीव्रता कम होने के कारण अरब सागर की तरफ बढ़ने के लिए मानसूनी हवाओं का रास्ता साफ़ हो गया है. मौसम विभाग ने रविवार को इस संबंध जानकारी दी. अब तक, मानसून को मध्य प्रदेश, राजस्थान, पूर्वी उत्तर प्रदेश और गुजरात के कुछ हिस्सों समेत मध्य भारत तक पहुंच जाना चाहिए था, किन्तु अभी मानसून महाराष्ट्र तक भी नहीं पहुंच पाया है.
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, मानसून अभी भी दक्षिणी प्रायद्वीप के ऊपर मैंगलोर, मैसूर, कुड्डलोर और पूर्वोत्तर में पासीघाट, अगरतला के आसपास पहुंचा है. पश्चिमी तट में महाराष्ट्र से लेकर गुजरात तक चक्रवात की वजह से वर्षा हुई है. सिर्फ तटीय कर्नाटक और केरल में मानसून की वजह से बारिश हुई है. वायु के सोमवार की शाम को गुजरात तट को पार करने की संभावना है.
यह मानसूनी हवाओं के अरब सागर की तरफ बढ़ने का मार्ग प्रशस्त करेगा. मानसून ने अपने सामान्य समय के तक़रीबन एक सप्ताह बाद 8 जून को केरल में दस्तक दी. मौसम विभाग के अतिरिक्त महानिदेशक देवेंद्र प्रधान ने बताया है कि, ‘‘चक्रवात वायु की वजह से मानसून की गति रुक गई. वायु की तीव्रता कम हो चुकी है और हम अगले 2-3 दिनों में मानसून के आगे बढ़ने की संभावना जाहिर करते हैं.’’
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