नई दिल्ली : देश में इस बार गर्मियों में कम से कम 35 लोगों की मौत हो गई है। देश के इतिहास में इस बार सबसे अधिक गर्मी पड़ी है। इस बात की जानकारी राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान की प्रवक्ता अंशु प्रिया ने दी है। मुख्य रूप से उत्तरी और मध्य भारत में लगातार 30 से भी अधिक दिनों तक लू की स्थिति रही है। राजधानी दिल्ली में 10 जून को पारा 48 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया।
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इस कारण हो रही है मानसून में देरी
प्राप्त जानकारी के अनुसार वहीं राजस्थान के चूरू में एक जून को तापमान 50 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया था। देरी से आए मानसून ने भी गर्मी के मौसम में इजाफा किया है। इस बार मानसून सात दिन की देरी से आठ जून को दक्षिणी राज्य में आया। जबकि उत्तरी भारत अभी भी मानसून की बारिश के इंतजार में बैठा है। भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान का कहना है कि लू की स्थिति अभी और भी दिनों तक बनी रहेगी।
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इसी के साथ साल 2016 में एनडीएमए ने गर्मी की लहरों के घातक प्रभाव को कम करने के लिए कई पहल शुरू की थीं। जिनमें अत्यधिक गर्म मौसम से बचने के लिए राज्य सरकार के काम के घंटे समायोजित करना, पीने के पानी की सुविधा देना, घरों की छतों को सफेद रंद से रंगना शामिल है।
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