नई दिल्ली : वित मंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस के सरकार पर लगाए राजनीतिक साजिश के आरोपों से इंकार किया है। जेटली ने कहा कि वो कांग्रेस के कई नेताओं से लेकर वर्तमान व पूर्व मुख्यमंत्रियों के खिलाफ सदन में सबूत पेश करना चाहते थे, ताकि खुलकर बहस हो सके। लेकिन सरकार का मुख्य मकसद रिफॉर्म्स लाना है।
जेटली ने बताया कि काले धन की वापसी के लिए सरकार बेनामी लॉ लाएगी। एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में जेटली ने कहा कि अगर कांग्रेस चाहे तो हम संसद में कांग्रेस के एक-एक मौजूदा सीएम, एक-एक पूर्व सीएम और उनके परिवार और एक-एक पूर्व यूनियन मिनिस्टर के खिलाफ सबूत दे सकते हैं।
साथ में सरकार संसद में नेशनल हेराल्ड केस और अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर डील को लेकर भी सबूत पेश कर सकती है। जेटली ने यह भी कहा कि जब कांग्रेस ने वसुंधरा राजे और सुषमा स्वराज पर ललित गेट कांड को लेकर आरोप लगाए थे, हम संसद में चर्चा के लिए तैयार थे।
जेटली ने हिमाचल प्रदेश के सीएम वीरभद्र सिंह की आय से अधिक संपति के मामले में और नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया गांधी की जांच का भी हवाला दिया। जेटली ने पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और पी चिदंबरम के बेटे कार्ति की भी जांच की बात कही।
आगे जेटली ने कहा कि हमारा मुख्य एजेंडा रिफॉर्म लाना है, जिसमें जीएसटी प्रमुख है। साथ ही सिक्युरिटाइजेशन एंड एन्फोर्समेंट ऑफ सिक्युरिटी इंटेरेस्ट एक्ट और डेब्ट रिकवरी ट्रिब्यूनल में भी बदलाव किया जाना है।