जयपुर: इस वर्ष जिले में अच्छी बारिश होने के बाद भी बारां में भीषण गर्मी के बीच जल संकट गहराने लगा है. जिले में जलदाय विभाग के पास 13 हजार हैंडपंप हैं. इनमें से सैकड़ों हैंडपंप में मोटर डालकर लोगों को पीने का पानी मुहैया करवाया जा रहा है. आए दिन हैंडपंपों के खराब होने से पेयजल को लेकर समस्या बढ़ जाती है. किन्तु हैंडपंप ठीक करने के लिए केवल 55 हैंडपंप मिस्त्री हैं, जिससे गांवों में परेशानी बनी हुई है.
लोगों की मानें तो पर्याप्त संख्या में मिस्त्री नहीं होने से ग्रामीण हैंडपंप को ठीक कराने के लिए दफ्तर के चक्कर काटते रहते हैं. जिले में पिछली सरकार के शासन में हर विधानसभा क्षेत्र में 100-100 हैंडपंप दिए गए थे. इन्हें जहां पर पेयजल की समस्या ज्यादा है, वहां लगाया गया है. इसके बाद भी राहत नहीं मिली है. जिले में ग्रामीण इलाके में 8243 हैंडपंप हैं, बाकी शहरी इलाके में हैं.
जिले में गर्मी के मद्देनज़र जलदाय विभाग की तरफ से हैंडपंप को ठीक करने के लिए अप्रैल से जुलाई तक मुहीम चलाकर हैंडपंप सही करने का कार्य किया जा रहा है. विभाग के पास 7 डिवीजन में 55 मिस्त्री मौजूद हैं. इसके लिए जिले में 7 डिवीजन में केवल 7 वाहन ही दे रखे हैं. इसके कारण कम संख्या में मिस्त्री होने से एक दिन में एक टीम द्वारा 2-3 हैंडपंप को ही सही किया जा रहा है. इसके बाद भी ग्रामीण क्षेत्र में परेशानी बनी हुई है.
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