इस्लामाबाद : पाकिस्तान में हिंदू अल्पसंख्यकों पर अत्याचार किए जाने की बात तो सामने आई ही थी लेकिन अब यह बात सामने आई है कि कुछ हिंदूओं को वहां पर बंधुआ मजदूरों की तरह काम करना पड़ता है। पाकिस्तान में खेत में काम कर रहे ऐसे ही कुछ लोगों को छुड़ाया गया है। इस तरह के करीब 27 मजदूरों को बंधुआ मजदूरी से मुक्त करवा लिया गया। गौरतलब है कि खेतों में काम करने के लिए पाकिस्तान में 45 बंधुआ मजदूरों को काम में लिया गया था।
मिली जानकारी के अनुसार केच के उपायुक्त मीर याकूब मारी ने छापामार कर हिंदू बंधुआ मजदूरों को मुक्त करवाने की जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि पाकिस्तान मानवाधिकार आयोग में की गई शिकायत के आधार पर छापा मारा था। बंधुआ मजदूरों में बड़े पैमाने पर बच्चे और महिलाऐं शामिल थीं।
मूलरूप से मजदूरों को बलूचिस्तान में बंधक बनाया गया था। इनके छूटने पर लोगों ने खुशियां मनाई है। गौरतलब है कि बलूचिस्तान में पाकिस्तान की सरकार और सेना के खिलाफ विद्रोह की आवाज उठ रही है और लोग मानवाधिकारों के हनन की बात कर रहे हैं। इस मामले में अधिकारियों ने कहा है कि मजदूरों को बंधुआ बनाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।