प्रयागराज: विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की धर्म संसद में आज शुक्रवार को दूसरे दिन अयोध्या में राम जन्मभूमि पर राम मंदिर का निर्माण पर विचार विमर्श हुआ। राम मंदिर पर विहिप द्वारा प्रस्ताव लाया गया है। धर्म संसद में शुक्रवार को विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा है कि अयोध्या में राम मंदिर उसी स्थान पर बनेगा जहां राम का जन्म हुआ था, उन्हीं शिलाओं और ईटों से बनेगा जिनकी पूजा की गई हैं और उसी मॉडल पर बनेगा जो देशभर के घरों में पूजित हो रहा है।
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प्रस्ताव के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट राम मंदिर पर दिन प्रतिदिन सुनवाई कर 2-3 महीने में फैसला दें। विहिप का प्रस्ताव है कि राम मंदिर के लिए आंदोलन के नए चरण की शुरूआत नहीं की जाएगी। उन्होंने केन्द्र सरकार के गैर विवादित जमीन को वापस लौटने के प्रयास का भी स्वागत किया है। उन्होंने ऐलान किया कि शनिवार को राम मंदिर के लिए गंगा किनारे महायज्ञ करेंगे।
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दो दिवसीय इस धर्म संसद के आखिरी दिन बड़ी तादाद में संत महात्मा पहुंचे और राम मंदिर पर गहन चर्चा की। इसी दौरान विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा है कि हमे पीएम मोदी पर विश्वास है और हमे ये भी विश्वास है कि मंदिर उसी स्थान पर बनेगा जहाँ पर प्रभु श्री राम का जन्म हुआ था।
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