कोहली की रगो में क्रिकेट के साथ बहता है इश्क
कोहली की रगो में क्रिकेट के साथ बहता है इश्क
Share:

जैसा की वो दिग्गज बल्लेबाज है अपने बारे में खुद कहता है किपहले उससे जुडी कई बाते गलत थी. उसके टैटू, स्टाइलिश कपडे, अफ़ेयर कि ज्यादा चर्चा थी. लेकिन इन दिनों सिर्फ उसके बल्ले की धमक सुनाई दे रही है. अपने गुस्से के लिए बदनाम रहे विराट कोहली ने उम्र बढ़ने के साथ साथ क्रिकेट और दुनिया को जीतना सीखा है. आक्रामकता बरकरार है लेकिन वो उनकी गालियो में कम बल्लेबाजी में ज्यादा दिखती है. चीकू अब वाकई में बढ़ा हो गया है.

कई बार विराट ने काबिले तारीफ पारिया खेली. वे कितने विराट क्रिकेटर है यह उनकी पारी खुद बयां करती है. काबिलियत के धनी विराट में मैच की सिचुएशन को समझने की बखूबी समझ है.. नाजुक घड़ियों में संभलकर खेलना और फिर मझधार से निकलकर गेंद को सीमारेखा के पारपहुचाना कोई विराट से सीखे...अपने नाम की तरह कोहली की पारिया भी विराट है.. यही वजह है कि उन्हें अब क्रिकेट का भगवान भी सलाम करता है... एक वो दिन था जब क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले, टीम इंडिया के महान खिलाडी सचिन तेंदुलकर भारतीय टीम को अलविदा कह कर सन्यास ले चुके थे और उनके प्रशंसको की आँखें नम थी. दुनियाभर के करोडो फैन्स मायूस थे. लेकिन उससे पहले ही 18 अगस्त 2008 को भारतीय क्रिकेट टीम में एक ऐसे खिलाडी ने बल्ला थाम लिया था जिसने सचिन के नक़्शे कदम पर चलने की कसमे खा रखी थी. ये सफर अब तक शानदार और बेमिसाल रहा, ये सफर है दिल्ली के शेर का जिसने इतिहास में क्रिकेट की नई इबारत लिखी, सफर है टीम इंडिया के चीकू का जिसके मैदान पर होने मात्र से गेंदबाजो की धड़कने तेज हो जाती है. सफर है विराट कोहली का जो आज 27 साल के हो गए है.

विराट का नाम किसी परिचय का मोहताज नही है... विराट ने जब महज 3 साल की उम्र मे पहली बार बेट उठाया तभी उन्होने संकेत दे दिए कि उनकी दिलचस्पी किसमे है. बैशक विराट के पिता इस दुनिया मे नही है लेकिन उन्होने ही विराट को क्रिकेट एकेडमी मे दाखिला दिलवाया था. किसको पता था कि यह शुरुआत मंजिल तक पहुचते पहुचते इतिहासिक बन जाएगी, नतीजा आपके सामने है. आज विराट के हाथो मे इंडियन टेस्ट टीम कि कमान है. जो भी हो लेकिन सचिन के बाद शीर्ष क्रम में टीम इंडिया को ताकत देने वाले इस बर्थडे बॉय ने देश का नाम गर्व से ऊँचा कर दिया. कोहली ने अपनी विराट प्रतिभा को पहचाना और एक बार हाथ में बल्ला क्या थामा फिर कभी पीछे मुड़कर नही देखा... स्कूली क्रिकेट के समय जब विराट को टीम इंडिया के सीनियर खिलाडी आशीष नेहरा ने अवार्ड दिया तो उस समय शायद ही किसी ने कल्पना की होगी कि एक दिन ऐसा भी सूरज निकलेगा जब विराट कि कप्तानी में आशीष नेहरा खेलेंगे. लेकिन यह कल्पनीय किस्सा क्रिकेट के इतिहास में सरखेज है....

स्कूली क्रिकेट से दिल्ली रणजी टीम फिर अंडर 19 टीम वर्ल्ड कप कि कप्तानी का सफर विराट ने बेहज तेजी से तय किया. लेकिन पहली बार वह दुनिया की नज़रो में तब मुकम्मल हुए जब मलेशिया में अपनी कप्तानी में वर्ल्ड कप जीतकर भारत आए.... 2008 में इस कामयाबी के बाद विराट को टीम इंडिया में एंट्री मिली और उसके बाद उनके इतिहास का हर एक अध्याय आपके सामने है...कामयाबी के इस सफर में कोहली ने कई विराट कीर्तिमान रचे. नियमित कप्तान के रूप में उन्हें अभी 2 साल ही हुए है कि टीम इंडिया को क्रिकेट की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग में नम्बर वन का ताज दिला दिया...

विराट क्रिकेट के मैदान पर जितने आक्रामक है वह उनते ही वह रोमांटिक भी है... विराट की रग रग में इश्क झूमता है... वो मोहब्बत का इजहार तो कब का कर चुके है और दोनों की मोहब्बत में कोई पर्दा नही, कोई राजदारी नही.... हर कोई इस लव स्टोरी से वाकिफ है. विराट का प्यार उनकी आँखों से रिसता है जो कई बाते खुद- ब-खुद बयां करता हैं.. क्रिकेट के मैदान से लेकर दर्शक दीर्घा तक विराट और अनुष्का का इश्क सरेआम दीखता है..दिलो की चाहत जमाने के सामने छलकती रही है..इश्क का कबूलनामा भी सबके सामने हो चूका है..क्रिकेट की पिच के साथ विराट, अनुष्का के दिल पर भी बैटिंग करते है... अनुष्का जब दर्शक दीर्घा में मौजूद रहती है और पिच पर विराट के बल्ले से बिजली कौंधने लगती तो कमाल कैसा होता है यह दुनिया कई बार देख चुकी है. अनुष्का की अदाओ में विराट को अपना रब दीखता है.. रब ने देख लिया, दुनिया ने देख लिया, परायो ने देख लिया, अपनों ने देख लिया..दोनों के दिलो ने आखिर कबूल कर ही लिया की हाँ वो धड़कते है एक दूसरे के लिए..

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -