नई दिल्ली: हर रोज बढ़ता जा रहा प्रदर्शन और हिंसा का मामला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. वहीं दिल्ली और ऐसे ही कई राज्यों CAA और NRC को लेकर हिंसा उग्र पर आ चुकी है. वहीं दिल्ली में तीसरे दिन हालात बेकाबू होते देख पुलिस ने दंगाइयों को गोली मारने का आदेश दिया है. धारा-144 का कोई असर न देखते हुए पुलिस ने मंगलवार देर शाम चार इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया. इसमें सबसे संवेदनशील मौजपुर, जाफराबाद, करावल नगर और बाबरपुर शामिल हैं. हालात का जायजा लेने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल ने मंगलवार रात को सीलमपुर का दौरा किया. उनके साथ पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक भी साथ रहे.
मिली जानकारी के अनुसार दंगाइयों बीते मंगलवार यानी 25 फरवरी 2020 को भी जमकर उत्पात मचाया. इस उपद्रव में 5 लोगों की मौत हो गई. वहीं बीते सोमवार यानी 24 फरवरी 2020 को भी 5 की जान गई थी. कुल मिलाकर अब तक 13 लोग मारे गए हैं. मरने वालों में दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल रतन लाल भी भी शामिल हैं. वह सोमवार को दंगाइयों के हाथों मारे गए थे. घायलों की संख्या 186 पहुंच गई है. इसमें दो आइपीएस अधिकारी सहित 56 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं.
दंगाइयों ने दागी एक हजार गोलियां: वहीं यह कहा जा रहा है कि दंगाइयों ने मंगलवार को कई दुकानों, वाहनों और घरों में आग लगाई. उपद्रवी खुलेआम हथियार लहराते हुए फायरिंग कर दहशत फैला रहे थे. हालात काबू करने को दोपहर बाद आरएएफ और सीआरपीएफ को मोर्चा संभालना पड़ा. इस बीच प्रभावित क्षेत्र यमुनापार के कई इलाके भीषण हिंसा की चपेट में रहे. पुलिस सूत्रों की मानें तो दो दिनों में दंगाइयों की तरफ से एक हजार से ज्यादा गोलियां चलाई गई हैं. पुलिस ने लगभग इतनी ही मात्रा में आंसू गैस के गोले दागे हैं.
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