विनेश फोगट दूसरे साल भी बनी खेल रत्न की दावेदार
विनेश फोगट दूसरे साल भी बनी खेल रत्न की दावेदार
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महिला पहलवान विनेश फोगाट का नाम देश के सबसे बड़े खेल पुस्कार राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड के लिए नामांकित किया जाएगा. यह लगातार दूसरी बार होगा जब भारतीय कुश्ती संघ (WFI) फोगाट का नाम इस सम्मान के लिए आगे बढ़ाएगा. संघ के एक अधिकारी ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि अध्यक्ष ब्रिज भूषण शरण सिंह नाम पर अंतिम मुहर लगाएंगे और सोमवार को खेल मंत्रालय को विनेश के नाम की सिफारिश हो सकती है. 2019 विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता विनेश टोक्यो ओलंपिक 2020 में भात की सबसे बड़ी उम्मीद हैं. वह पिछले तीन वर्षों से लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं और इस दौरान उन्होंने जकार्ता में एशियाई खेलों का स्वर्ण पदक अपने नाम किया. उन्होंने 2019 में नूर सुल्तान में विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीतकर टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था. इस साल के शुरू में उन्होंने नई दिल्ली में हुई एशियाई चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता था. 

खेल रत्न के बाद अर्जुन अवॉर्ड चाहती है साक्षी: दूसरी ओर खेल रत्न पा चुकीं साक्षी मलिक इस बार अर्जुन अवॉर्ड चाहती हैं. हालांकि कुश्ती महसंघ ने साफ कर दिया कि उन्हें बहुत से आवेदन मिले हैं इसलिए अर्जुन अवॉर्ड और द्रोणाचार्य पुरस्कार के बारे में अभी कुछ तय नहीं किया गया है. 2016 में ही इस महिला पहवान को रियो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने के लिए जिमनास्ट दीपा करमाकर और शूटर जीतू राय के साथ खेल रत्न दिया गया था. अगर प्रदर्शन को ही आधार बनाया जाएगा तो साक्षी मौजूदा दौर में अर्जुन अवॉर्ड के लायक नहीं. हाल में वह युवा पहलवान सोनम मलिक से दो बार हार गई थी जिसने इस शीर्ष एथलीट को एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर के लिए कट हासिल करने से रोक दिया था. 2019 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप के सिल्वर मेडलिस्ट दीपक पूनिया (86 किग्रा), बेहतरीन पहलवान राहुल अवारे, संदीप तोमर और रवि दहिया ने भी WFI के समक्ष नाम भेजे हैं. इससे पहले वेटफिल्टर मीरा बाई चानू का नाम भी इस साल उनके खेल संगठन की ओर से अर्जुन अवॉर्ड के लिए बढ़ाया गया है जबकि वह भी पहले खेल रत्न पा चुकीं हैं.

पिछले साल विनेश को हाथ लगी थी निराशा: विनेश फोगाट पिछले साल बजरंग पूनिया के साथ संयुक्त रूप से कुश्ती महासंघ की ओर से खेल रत्न की दावेदार थीं, लेकिन खेल मंत्रलाय द्वारा बजरंग पूनिया के साथ पैरा एथलीट दीपा मलिक को इस सर्वोच्च पुरस्कार के लिए चुना गया था, तब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 29 अगस्त, राष्ट्रीय खेल दिवस (हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन) के मौके पर यह पुरस्कार बांटे थे. गौरतलब है कि देश के सबसे बड़े खेल पुरस्कार में पदक और प्रशस्ति पत्र के साथ खिलाड़ी को 7.5 लाख रुपये की पुरस्कार राशि भी दी जाती है. खेल मंत्री विभिन्न खेल संघों की ओर से भेजे गए नामों की समीक्षा करते हैं और प्रदर्शन का आकलन कर मंत्रालय चयन समिति को अपने सुझाव भी दे सकते हैं.

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