कोलकाता: कृषि बिलों को लेकर शुरू हुआ सियासी संग्राम अब भी जारी है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने पश्चिम बंगाल की सीएम और तृणमूल कांग्रेस (TMC) सुप्रीमो ममता बनर्जी को चुनौती दी है कि वे साबित करें कि कृषि क्षेत्र से संबंधित दो बिल किसानों को नुकसान पहुंचाएंगे। संसद ने हाल ही में इन विधेयकों को पास किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कैलाश विजयवर्गीय ने आरोप लगाते हुए कहा कि संसद में विधेयकों के पारित होने के बाद तृणमूल कांग्रेस बेचैन हो गई, क्योंकि पार्टी उन बिचौलियों को संरक्षण देती है जो किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से वंचित करते हैं और उनका हक़ मार लेते हैं। बता दें कि ममता बनर्जी ने दावा किया है कि बिल किसानों को MSP से वंचित करेगा और देश को भुखमरी के रास्ते पर ले जाएगा। इस पर भाजपा नेता ने पश्चिम बर्धमान जिले के आसनसोल में एक प्रेस वार्ता में कहा कि, "विधेयक के पास होने के बाद, छोटे और सीमांत किसान देश में कहीं और अपनी फसल बेच सकते हैं और इससे उनकी आय में वृद्धि होगी।"
उन्होंने आरोप लगाया कि इससे तृणमूल कांग्रेस का नेतृत्व नाराज़ हुआ है, क्योंकि पार्टी समर्थित लोग राज्य के विभिन्न हिस्सों में बहुत कम कीमतों पर किसानों से सीधे फसल खरीदते हैं। विजयवर्गीय ने आरोप लगाते हुए कहा कि, 'यदि किसानों का उत्पीड़न बंद हुआ, तो ममता बनर्जी की पार्टी नाराज हो जाएगी। वे सिर्फ किसानों की समस्याओं पर बयान देते हैं।
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