नई दिल्ली: बियर किंग और किंगफिशर ग्रुप आॅफ इंडस्ट्रीज़ के अधिपति विजय माल्या को लेकर सरकार की किरकिरी हो रही है। ऐसे में सरकार विजय माल्या को भारत लाने में लगी है। विजय माल्या को लेकर ईडी और सीबीआई जैसी जांच ऐजेंसियां जांच में जुटी हैं इन एजेंसियों ने जांच के दौरान यह पाया है कि विजय माल्या ने बैंक से जो कर्ज लिया था, उसका कुछ भाग कई कंपनियों में लगाया गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पता चला है कि बैंक व लोगो के करोड़ों रुपये डकारने वाले विजय माल्या ने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। 60-वर्षीय शराब कारोबारी माल्या ने राज्यसभा की आचार समिति (एथिक्स कमेटी) के अध्यक्ष को अपना इस्तीफा भेज दिया है।
एथिक्स कमेटी विजय माल्या को इस हफ्ते संसद से हटाने की तैयारी कर रही थी। माल्या ने अपने त्यागपत्र में कहा, हाल के घटनाक्रमों से यह बात सामने आई है कि मुझे निष्पक्ष सुनवायी या न्याय नहीं मिलेगा। माल्या ने कहा कि भारत में मेरे लिए जो हो हल्ला मचा हुआ है उसमें वह ब्रिटेन में सुरक्षित पड़े रहना पसंद कर रहे हैं और फिलहाल भारत लौटने की उनकी योजना नहीं है।