इस्लामाबाद: पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी करने वालीं नूपुर शर्मा को सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court) ने कड़ी फटकार लगाई है। सर्वोच्च न्यायालय ने उन्हें टीवी पर जाकर पूरे देश से माफी मांगने के लिए बोला है। यही नहीं अदालत ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा है कि आपको खतरा नहीं है बल्कि पूरे देश को आपके बयान से खतरा उत्पन्न हो गया है। यही नहीं सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि आज जो देश में स्थिति पैदा हो गई हैं, उदयपुर में जो घटना हुई है, उसके पीछे आपका बयान ही है। इसके चलते लोग उकसावे में आए हैं। वहीं, इसी बीच पाकिस्तान के एक मौलाना का बयान सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
Ecumenical #Salafi Engineer Muhammad Ali Mirza: The real culprit is the Muslim guy who first mocked Hindu religion in the live TV show. #BJP leader [Nupur Sharma] made remarks about the Prophet in rebuttal. Islam does not allow us to mock other religions. pic.twitter.com/P3kliMuLri
— SAMRI (@SAMRIReports) June 16, 2022
पाकिस्तान के मौलाना इंजीनियर मोहम्मद अली मिर्जा ने नूपुर शर्मा का समर्थन किया है। उन्होंने नूपुर का समर्थन करने के साथ मुसलमानों पर इल्जाम लगाया है। मौलाना अली ने कहा कि मुस्लिम पैनलिस्ट ने पहले नूपुर शर्मा को भड़काया तथा इसके उत्तर में भाजपा की निलंबित प्रवक्ता ने पैगंबर के बारे में टिप्पणी की। मोहम्मद अली मिर्जा ने कहा कि पहला अपराधी वह मुसलमान है जिसने किसी के धर्म के बारे में लाइव टीवी में चर्चा की है। उन्होंने कहा कि हमें इस पूरे विवाद में पूरे माहौल को देखना होगा। नूपुर शर्मा के बयान के अंदाज से यह पता चल जाएगा कि वह पलटवार कर रही हैं। नूपुर शर्मा ने कहा कि यदि आप इस प्रकार से बात करेंगे तो हम भी ये कहेंगे। उन्होंने कहा कि पहला अपराधी वह मुसलमान है जिसने किसी के धर्म के बारे में लाइव टीवी प्रोग्राम में चर्चा की। आगे मोहम्मद अली कहते हैं कि यह कुरान के मुताबिक नहीं है कि आप किसी के धर्म के बारे में मजाक उड़ाएं, जबकि वह आपका कोई विरोधी धर्म हो।
उन्होंने कहा कि दूसरे धर्म के लोगों के साथ विवाद करते वक़्त हमें भाषा का ध्यान रखना चाहिए तथा अल्लाह ने हमें इसका संदेश दिया है। मौलाना अली ने कहा कि नूपुर शर्मा विवाद में अरब देशों के लोग एसी में बैठकर माहौल को भड़का रहे हैं जबकि भारत में लोग भीषण गर्मी में प्रदर्शन कर रहे हैं तथा पुलिस वाले उन्हें जवाब दे रहे हैं। मोहम्मद अली अपनी बात को रखते हुए आगे बोलते हैं कि यह मूलत: एक अंतरराष्ट्रीय राजनीति है। अरब देश उनके गुलाम हैं जिनकी रूस से नहीं बनती है। इन देशों ने अरब देशों को भारत के खिलाफ उकसाया। इससे पहले कई बड़े-बड़े मामले आए हैं जिन पर अरब देशों ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी। अब रूस को लेकर भारत पर दबाव बनाने के लिए अरब देशों को उकसाया गया।
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