नई दिल्ली - दुनिया को सबसे पहले सर्च इंजन का लाभ देने वाली याहू आखिर आज बिक ही गई. याहू को वेराइजन कम्युनिकेशंंस ने खरीद लिया है. वेराइजन कम्युनिकेशंस याहू के कोर बिजनेस को 483 करोड़ डॉलर (32 हजार करोड़ रुपए) में खरीद लिया. इस डील के बाद याहू का नाम बदल जाएगा. बता दें कि याहू को गूगल और फेसबुक से कड़ी टक्कर मिल रही थी .
इस डील की जो मुख्य बातें सामने आई है उसके अनुसार वेराइजन याहू का कोर इंटरनेट बिजनेस खरीदेगी. हालांकि, कभी डील में याहू के पेटेंट शामिल नहीं है. 2017 के पहले क्वार्टर में डील पूरी हो जाएगी.अलीबाबा के शेयर कैश डील में शामिल नहीं होंगे . याहू के कन्वर्टिबल नोट्स भी डील में शामिल नहीं होंगे. याहू के जापान के शेयर भी डील में शामिल नहीं होंगे.इस डील में रियल एस्टेट एसेट्स को शामिल किया गया है नॉन-कोर (इंटिलेक्चुअल प्रॉपर्टी) एसेट्स को अलग से बेचा जाएगा.
यहां इस बात का उल्लेख प्रासंगिक है कि याहू का मार्केट कैैप 3,741 करोड़ डॉलर है जबकि याहू का कोर बिजनेस का मार्केट कैप करीब 24,700 करोड़ रुपए का है मौजूदा समय में वेराइजन का मार्केट कैप 23 हजार करोड़ डॉलर है याहू को खरीदने की कतार में .एटीएंडटी इंक और क्विकन लोन इंक के साथ-साथ वेक्टर कैपिटल मैनेजमेंट और टीपीजी भी थीं, लेकिन सौदा वेराइजन कम्युनिकेशंंस ने फाइनल कर ही दिया .