फिल्म रंगीला के साथ ही साथ सत्या','कंपनी','डी','अब तक छप्पन','सत्या 2' सहित कई फिल्मों के निर्माता-निर्देशक रहे राम गोपाल वर्मा जिन्होंने अभिनेत्री उर्मिला को बॉलीवुड में एक नई पहचान दिलाई. तथा अक्सर ही रामू उर्फ़ रामगोपाल वर्मा अपने विवादित बयानों के कारण अक्सर ही सुर्खियों ने बने रहते है तथा अभी उनकी एक फिल्म वीरप्पन जो की सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है. अपनी एक चर्चा के दौरान रामगोपाल वर्मा ने फिल्म वीरप्पन के विषय में विस्तार से चर्चा कि, रामू ने कहा कि मैं अपनी फिल्म वीरप्पन को बायोपिक फिल्म नहीं मानता हु।
यह फिल्म पुलिस विभाग से मिली जानकारी पर आधारित है। यह एक ऐसा अपराधी है, जिसके बारे में दक्षिण भारत के लोग काफी कुछ जानते हैं, मगर देश के दूसरे हिस्से के लोगों ने सिर्फ उसका नाम सुना है। तो हमने सोचा कि हर किसी को पता चले कि आखिर वीरप्पन कैसा था कि उसे बीस साल तक पुलिस पकड़ने में कामयाब नहीं हो पाई, जबकि इस दौर में उसने 97 पुलिस वालों को मौत के घाट उतारा। हमारी फिल्म वीरप्पन के जीवन की निजी कथा नहीं है। इस तरह का अपराधी अब तक कोई दूसरा नहीं हुआ है।
उसका अपना कोई संगठित संगठन न होते हुए भी अकेले ही उसने तीन राज्यों की पुलिस की नाक में दम करके रखा था। रामगोपाल वर्मा ने अपनी इस चर्चा के दौरान कहा कि मुझे किसी से डर नहीं लगता। बतौर निर्देशक मैं अपनी हर फिल्म में अपनी तरफ से पूरा सौ प्रतिशत देने का प्रयास करता हूं। मैं हमेशा दिल से फिल्म बनाता हूं। फिल्म पूरी करने के बाद मैं हमेशा आगे की योजनाओं पर काम आरंभ कर देता हूं, पर अपनी गलतियों पर गौर करता हूं।