वास्तु क्या है? ? हमारे शास्त्रो मे वास्तुशास्त्र मतलब सँस्कृत मे वस शास्त्र से बना हुआ है अर्थात् किसी भी वास करने के स्थान को वासतु कहते है। आज हम आपको बताएगे कि बिना तोड फोड के कैसे आप अपने घर को वास्तु के हिसाब से बना सकते है।
रसोई हमेशा दक्षिण पूर्व मे होनी चाहिये रसोई ने इलोक्ट्रानिक सामान रखे।
पूर्व उत्तर दिशा को हमेशा खाली रखे।
दक्षिण और पश्चिम दिशा मे हमेशा भारी सामान रखे।
घर के ईशान कोण को हमेशा हल्का रखे और इसे साफ सुथरा रखे।
अगर आप घर के ईशान कोण मे एक पात्र मे जल भर कर रखते है तो ये लाभ कारी हो सकता है
ईशान कोण मे हल्के नीले रँग बल्ब जलाना लाभप्रद हो सकता है। वहाँ पर नमक का पात्र रखना भी शुभ होता है।।
अच्छे समय के लिये घर की पूर्व उत्तर दिशा मे घडी लगाए । इस दिशा मे घडी लगाना अच्छे समय का सूचक होता है।
बिजनेस मैन हमेशा अपने दस्तावेज पूर्व उत्तर दिशा मे रखे इससे सम्बन्धित काम जल्दी सफल होगे।
इस प्रकार हम बिना तोड फोड के वास्तु के हिसाब से अपने घर मे कुछ परिवर्तन कर सकते है और अपने जीवन को खुशहाल बना सकते है।