लखनऊ: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के एक विद्यालय में इस्लामिक तरीके से अभिवादन न करने पर एक प्रधानाध्यापक ने छात्रों को बुरी तरह पीटा, दौरे पर आई प्रमुख सचिव से बच्चों ने इस मामले की शिकायत कर दी, जिसके बाद मामले की जांच में प्रथमदृष्टया दोषी पाए जाने पर प्रधानाध्यापक को ससपेंड कर दिया गया है. मुख्य विकास अधिकारी प्रेरणा शर्मा ने सोमवार को मामले की जानकारी देते हुए कहा कि प्रमुख सचिव और जिले की नोडल अधिकारी डिंपल वर्मा रविवार को जिले के दौरे पर आई हुई थीं, इसी दौरान वह तिलहर क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्र बिलहरी स्थित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भी गईं.
अब इस उपकरण के प्रयोग से स्वच्छ होगी गंगा
नोडल अधिकारी के आने की सूचना पाकर ग्रामीणों के साथ इसी विद्यालय में पढ़ने वाला कक्षा छह का छात्र प्रियांशु भी पहुंच गया और उसने प्रमुख सचिव से कहा कि हमारे प्रधानाध्यापक चांद मियां से जब हम लोग गुड मॉर्निंग कहते हैं, तो वे कहते हैं कि हमसे सलाम वालेकुम कहो. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने बताया कि पीड़ित छात्र प्रियांशु ने कहा है कि जब हम लोग सलाम वालेकुम नहीं बोल पाते तो प्रधानाचार्य चांद मियां हमरी बुरी तरह से पिटाई कर देते हैं, प्रियांशु ने अपने शरीर पर पिटाई के निशान भी नोडल अधिकारी को दिखाए.
NIT कर्णाटक : 50 हजार रु सैलरी, इस दिन होने जा रहा है इंटरव्यू
शर्मा ने बताया कि छात्र प्रियांशु की चिकित्सीय जांच कराई गई, साथ ही प्राथमिक जांच जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को भी जांच रिपोर्ट सौंपी गई और अब प्रधानाध्यापक के निलंबन की कार्रवाई की जा रही है. बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश कुमार ने कहा कि मामले में प्रथमदृष्टया दोषी पाए जाने पर अध्यापक चांद मियां को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और आगे की जांच कराई जा रही है. वहीं दूसरी ओर प्रधानाध्यापक चांद मियां ने छात्रों द्वारा लगाए गए आरोपों को गलत बताते हुए कहा है कि उन्होंने कभी ऐसा नहीं कहा और न ही बच्चों की पिटाई की, उनका कहना है कि मुझे किसी साजिश के तहत बदनाम किया जा रहा है.
खबरें और भी:-
प्रयागराज: कुंभ कमांड सेंटर के उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने किया गंगा पूजन