नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश विधानसभा से विपक्षी दलों के विधायकों को उस वक्त बाहर कर दिया गया, जब वे सदन की कार्यवाही के दौरान ही हंगामा बरपा रहे थे। पहले तो विधानसभा अध्यक्ष समेत संसदीय कार्य मंत्री ने हंगामा कर विघ्न उत्पन्न करने वाले विपक्षियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन जब वे नहीं माने तो अध्यक्ष को मजबूरन मार्शलों को बुलाकर हंगामा बरपाने वालों को बाहर करवाना पड़ा। मार्शलों ने आदेश का पालन करते हुये सदन से उठाकर बाहर कर दिया।
गौरतलब है कि सोमवार को भाजपा, बसपा, अपना दल के साथ ही लोक दल के सदस्य विभिन्न मुद्दों पर सरकार की घेराबंदी करने वाले थे और इसके लिये पहले से ही विचार-विमर्श कर लिया गया था, परंतु ये विपक्षी दल के नेता सरकार को घेर तो नहीं सके, उल्टे बाहर कर दिये गये। बताया गया है कि जिन विपक्षी सदस्यों को सदन से बाहर किया गया, वे सदन की कार्यवाही के दौरान ही तख्तियां लेकर नारेबाजी कर रहे थे।
बसपा सदस्य जहां दलितों पर अत्याचार नहीं चलेगा जैसे नारे लगा रहे थे वहीं अन्य विपक्षी दल के सदस्य भी हंगामा करते रहे। इससे नाराज अध्यक्ष माताप्रसाद पांडेय ने सदस्यों को पहले तो समझाया वहीं संसदीय कार्यमंत्री मोहम्मद आजम खां ने भी समझाने का प्रयास किया, परंतु अंततः अध्यक्ष को मार्शल बुलाने का निर्णय लेकर हंगामेबाज विधायकों को बाहर करना पड़ा। संसदीय कार्यमंत्री खां ने हंगामा करने वाले सदस्यों पर आरोप लगाते हुये कहा है कि विपक्षी सदस्य माहौल खराब कर रहे है वहीं उन्होंने बसपा विधायकों को लेकर भी यह कहा कि ये मीडिया में बने रहने के लिये यह सब कर रहे है।