लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के 9 जिलों में 55 सीटों पर उतरे 586 प्रत्याशियों का भाग्य EVM में कैद हो गया है. सोमवार को दूसरे चरण में वोटर्स में पिछली बार से कम उत्साह दिखा. निर्वाचन आयोग के अनुसार, दूसरे दौर की 55 सीटों पर 62.52 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई, जबकि 2017 के विधानसभा चुनाव में यह 65.53 फीसदी था.
दूसरे चरण में पश्चिमी यूपी के मुस्लिम बेल्ट और रुहेलखंड क्षेत्र के वोटिंग ट्रेंड को देखें तो पिछले चुनाव से तीन फीसदी कम मतदान हुआ है. हालांकि, 2012 में इन 55 सीटों पर 65.17 फीसदी मतदान हुआ था. 2012 की तुलना में 2017 में वोटिंग में 0.36 फीसदी की वृद्धि हुई थी. पिछले चुनावों में इन 55 सीटों का वोट प्रतिशत बढ़ने से भाजपा को फायदा हुआ था और विपक्षी दलों का नुकसान पहुंचा था.
बता दें कि 2017 के चुनाव में इन 55 सीटों में से 38 सीटों पर भाजपा के उम्मीदवारों को जीत मिली थी, जबकि सपा को 15 और कांग्रेस को दो सीटें मिली थी. वहीं, 2012 के चुनाव में सपा ने 40 सीट पर जीत दर्ज की थी, जबकि बसपा को 8, भाजपा को 4 और कांग्रेस की 3 सीटें मिली थीं. इस प्रकार 2017 में भाजपा को 34 सीटों का फायदा मिला था तो सपा को 25, कांग्रेस 1 और बसपा को 8 सीटों का नुकसान झेलना पड़ा था.
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