'यूपी पुलिस ने क़ुरान को नाले में फेंका...', झूठ फैलाने वाले 'The Wire' के खिलाफ दर्ज हुई FIR
'यूपी पुलिस ने क़ुरान को नाले में फेंका...', झूठ फैलाने वाले 'The Wire' के खिलाफ दर्ज हुई FIR
Share:

बाराबंकी: उत्तर प्रदेश पुलिस ने बाराबंकी अवैध मस्जिद विध्वंस मामले के बारे में एक वीडियो डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से गलत सूचना का प्रचार करके समाज में दुश्मनी फैलाने और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के इल्जाम में न्यूज़ पोर्टल- द वायर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। दरअसल, गुरुवार को, बाराबंकी पुलिस ने बताया कि उन्होंने पोर्टल और द वायर के तीन पत्रकारों – सिराज अली, मोहम्मद अनीस और मुकुल एस चौहान के खिलाफ केस दर्ज किया है। एक अन्य व्यक्ति की शिनाख्त मोहम्मद नईम के रूप में की गई है, जिसने हाल ही में बाराबंकी में एक अवैध मस्जिद को गिराए जाने पर झूठ फैलाया था।

 

बता दें कि इंडियन एक्सप्रेस और द स्क्रॉल ने मोहम्मद अनीस को अपनी खबर में द वायर का पत्रकार बताया था, हालाँकि FIR में उसकी शिनाख्त एक स्थानीय नागरिक के रूप में हुई है। वीडियो में मोहम्मद अनीस को एक स्थानीय के रूप में दर्शाया गया है, जो मस्जिद विध्वंस के संबंध में भ्रामक दावा कर रहा है। इनके खिलाफ IPC की धारा 153, 153-ए, 505 (1) (बी), 120 बी (आपराधिक साजिश) और 34 के तहत केस दर्ज किया गया है। बता दें कि 23 जून को द वायर ने वीडियो डॉक्यूमेंट्री में दावा किया था कि जिला प्रशासन ने शहर में 100 वर्ष पुरानी मस्जिद को गैरकानूनी रूप से ध्वस्त कर दिया। इसके लिए द वायर ने कुछ मुस्लिमों का इंटरव्यू लिया था, जिन्होंने दावा किया था कि वे मस्जिद की समिति के सदस्य थे। 

उन्होंने दावा किया था कि सदस्यों के पास इसका प्रमाण था कि संरचना कानूनी थी। अपनी डॉक्यूमेंट्री में, द वायर ने कहा था कि इलाके के मुस्लिम लोगों ने मस्जिद विध्वंस के प्रति विरोध जताया था और कहा था कि पुलिस अधिकारियों ने लाठीचार्ज करके इसे शांत किया था। द वायर ने दावा किया था कि बाराबंकी पुलिस ने विशेष रूप से मुस्लिम समुदाय को टार्गेट किया और उनके धार्मिक ग्रंथों (क़ुरान) को नाले में फेंक दिया। द वायर द्वारा लगाए गए ऐसे आरोपों का खंडन करते हुए बाराबंकी पुलिस ने कहा कि द वायर की डॉक्यूमेंट्री में किए गए दावे झूठे थे। इसमें आगे कहा गया कि द वायर अपनी वेबसाइट पर अवैध मस्जिद के विध्वंस के बारे में भ्रामक सूचना का प्रचार करके सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का प्रयास कर रहा था। 

पुलिस अधीक्षक (बाराबंकी) यमुना प्रसाद ने कहा कि डॉक्यूमेंट्री में मोहम्मद नईम नाम का एक शख्स था, जिसने ‘धार्मिक पुस्तकों को नदी और नाले में फेंके जाने के झूठे दावे’ किए। मोहम्मद अनीस ने दावा किया था कि पुलिस ने उनके कुरान और हदीस को नाले में फेंक दिया गया था। अधिकारी ने कहा कि, 'एक पुलिस अधिकारी द्वारा शिकायत दर्ज की गई है, जिसके आधार पर FIR दर्ज की गई है। आगे की कार्रवाई चल रही है।'

तहरीक-उल-मुजाहिदीन के 7 आतंकियों के खिलाफ NIA ने दाखिल की चार्जशीट

'शिवराज' को जेपी नड्डा ने बताया नंबर वन, कहा- 'मीडिया खबरों के आधार पर CM नहीं बदले जाते'

इजराइल दूतावास ब्लास्ट मामले में NIA ने कारगिल से गिरफ्तार किए 4 युवक

 

 


 

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
Most Popular
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -