भाई-भाभी और 3 बच्चों की हत्या करने वाले नईम का यूपी पुलिस ने किया एनकाउंटर

भाई-भाभी और 3 बच्चों की हत्या करने वाले नईम का यूपी पुलिस ने किया एनकाउंटर
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लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मेरठ में पांच लोगों की बेरहमी से हत्या कर पूरे परिवार को खत्म कर देने वाले कुख्यात अपराधी नईम का आखिरकार अंत हो गया। पुलिस ने उसे एक एनकाउंटर में मार गिराया। नईम पर मेरठ पुलिस ने 50,000 रुपये का इनाम घोषित किया था और पिछले 15 दिनों से उसकी तलाश की जा रही थी। साल 2025 की शुरुआत में मेरठ के लिसाड़ी गेट इलाके में हुई इस दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके को सन्न कर दिया था। 

घटना की शुरुआत तब हुई जब मोईन नामक व्यक्ति, जो अपनी पत्नी आसमा और तीन बेटियों के साथ लिसाड़ी गेट इलाके में रहता था, उसके पूरे परिवार की घर में घुसकर हत्या कर दी गई। पुलिस जांच में सामने आया कि नईम ने उधार के पैसे वापस न लौटाने के विवाद में अपने सौतेले भाई मोईन और उसके परिवार को बेरहमी से मार डाला। इस घटना के बाद से नईम फरार चल रहा था और पुलिस लगातार उसकी तलाश कर रही थी। 

पुलिस ने नईम का आपराधिक रिकॉर्ड खंगालना शुरू किया तो पता चला कि वह महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में भी कई जघन्य अपराधों को अंजाम दे चुका था। नईम वेश बदलने और अपनी पहचान छिपाने में माहिर था। उसकी चालाकी और खतरनाक स्वभाव के कारण पुलिस के लिए उसे पकड़ना चुनौती बन गया था। 

मुखबिर की सूचना पर मेरठ पुलिस ने नईम की लोकेशन का पता लगाया और घेराबंदी की। इस दौरान बदमाश और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई। गोलियों की इस लड़ाई में नईम को गोली लगी, जिसके बाद उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया। हालांकि, इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने नईम के मारे जाने की पुष्टि करते हुए कहा कि यह एनकाउंटर मेरठ में हालिया हत्याकांड के पीड़ितों के लिए न्याय का एक अहम कदम है। 

पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि मोईन और नईम के बीच उधार के पैसों को लेकर विवाद चल रहा था। नईम, जो पहले ही कई हत्याओं और अपराधों में लिप्त था, ने इस विवाद को इतनी गंभीरता से लिया कि उसने मोईन और उसके परिवार को खत्म करने की योजना बना डाली।  यह घटना मेरठ में इस साल की सबसे जघन्य हत्याओं में से एक बन गई। 

नईम न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि महाराष्ट्र और कई अन्य राज्यों में भी हत्या और संगीन अपराधों का आरोपी था। उसकी पहचान एक शातिर अपराधी के रूप में की जाती थी, जो पुलिस को चकमा देकर आसानी से भाग निकलता था। वेश बदलने और पहचान छिपाने की उसकी चालाकी ने उसे पुलिस की पकड़ से लंबे समय तक बचाए रखा था। इस एनकाउंटर के बाद इलाके के लोगों ने पुलिस की कार्रवाई की सराहना की। स्थानीय निवासियों का कहना है कि नईम का अंत जरूरी था, क्योंकि वह समाज के लिए खतरा बन चुका था। घटना ने मेरठ और आसपास के इलाकों में सुरक्षा और कानून व्यवस्था को लेकर नए सवाल खड़े कर दिए थे, लेकिन पुलिस ने जिस तरह इस मामले को अंजाम तक पहुंचाया, वह काबिल-ए-तारीफ है। 

फिलहाल, मेरठ पुलिस एनकाउंटर को लेकर सभी कानूनी प्रक्रिया पूरी कर रही है। इस घटना ने एक बार फिर यह साबित किया है कि कानून के हाथ लंबे हैं और कोई भी अपराधी, चाहे कितना भी शातिर क्यों न हो, बच नहीं सकता।

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