लखनऊ : विधानसभा के 18 दिसंबर से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं। सदन में विपक्षी पार्टियों ने सरकार को कानून-व्यवस्था और किसानों के मुद्दों पर घेरने की तैयारी की है। वही इस सत्र को लेकर सपा, बसपा और कांग्रेस ने सोमवार को अपने-अपने विधानमंडल दल की बैठक बुलाई है। इसमें रणनीति पर विस्तार से चर्चा होगी। हालांकि सत्र संक्षिप्त होगा। सरकार की प्राथमिकता अनुपूरक बजट पास कराने की होगी।
जानकारी के अनुसार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बुलंदशहर की घटना से साफ हो गया है कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं बची है। भाजपा से जुड़े संगठन ही माहौल खराब कर रहे हैं। किसानों की आय दोगुना करने का वादा भी झूठा निकला। न तो किसानों का धान खरीदा जा रहा है और न ही गन्ने के मूल्य बढ़ाए गए। सपा शासन में शुरू हुईं भर्तियां भी अटकी हुई हैं।
वही बसपा बुलंदशहर की घटना व गन्ना मूल्य और धान खरीद के मुद्दे को सदन में प्रमुखता से उठाएगी। कांग्रेस के विधानमंडल दल के नेता ने बताया कि कानून-व्यवस्था, गन्ना किसान, धान खरीद और पुरानी पेंशन बहाली की मांग को उनकी पार्टी सदन में प्रमुखता से उठाएगी।
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