लखनऊ: उन्नाव रेप पीड़िता के रायबरेली जेल में कैद चाचा की पैरोल के मामले में आज इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ बेंच में सुनवाई की गई. पत्नी के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए अदालत ने उनकी पैरोलको मंजूरी दे दी. अंतिम संस्कार के बाद दुष्कर्म पीड़िता के चाचा को वापस रायबरेली जेल लौटना होगा.
गौरतलब है कि रविवार को रायबरेली में एक सड़क दुर्घटना में उन्नाव पीड़िता की चाचा, मौसी और ड्राइवर की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी. जबकि दुष्कर्म पीड़िता और उनका वकील गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिनका उपचार लखनऊ ट्रांमा सेंटर में चल रहा है. वहीं, पीड़िता के परिवार वाले मंगलवार सुबह से ही जेल में कैद चाचा के पैरोल के लिए धरने पर बैठे हुए थे.
पीड़िता के परिवार वालों का कहना है कि जल्द से जल्द आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर सख्त कार्रवाई की जाए. परिवार के सदस्यों ने कहा है कि मांग न पूरी होने तक वह धरना जारी रखेंगे. सपा का प्रतिनिधिमंडल ट्रांमा सेंटर पहुंचा, जहां उन्होंने पीड़िता का हाल-चाल पुछा और 10 लाख रुपये पीड़िता के उपचार के लिए और वकील के उपचार के लिए 5 लाख रुपये का चेक सौंपा. वहीं, राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम भी पीड़िता का हाल चाल जानने के लिए ट्रॉमा सेंटर पहुंची है.
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