देशव्यापी लॉकडाउन के बीच कोरोना वायरस (कोविड-19) से लड़ने में हेल्थ केयर वर्कर्स के लिए व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों (पीपीई) काफी मददगार साबित हो रही है. ऐसे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 के मरीजों का उपचार नहीं कर रहे अस्पतालों में कार्यरत स्वास्थ्यसेवा कर्मियों द्वारा व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों (पीपीई) के तर्कसंगत इस्तेमाल को लेकर शुक्रवार को अतिरिक्त दिशा-निर्देश जारी किए.
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इस मामले को लेकर मंत्रालय ने बताया कि कम, मध्यम या अधिक खतरे वाले क्षेत्रों में किस प्रकार से पीपीई का इस्तेमाल किया जाना चाहिए. मंत्रालय के अस्पताल के विभिन्न विभागों को कम, मध्यम एवं अधिक खतरे वाले क्षेत्रों में विभाजित किया है. दिशा-निर्देशों के अनुसार उच्च जोखिम वाले विभागों में पीपीई के सभी घटकों का प्रयोग किया जाना चाहिए, जबकि कम खतरे वाले विभागों में तिहरी परत वाला मास्क और दस्ताने पहनने अनिवार्य हैं.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि सैनिटाइजर का बार-बार इस्तेमाल करने और सामाजिक दूरी का पालन करने की हिदायत दी गई है. मध्यम खतरे वाले विभागों में एन-95 मास्क, चश्मे और दस्ताने पहनने की सलाह दी गई है. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक, भारत में कोरोना वायरस पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या बढ़कर 37,336 हो गई है. इसमें 26,167 सक्रिय मामले हैं. वहीं, 9950 लोग इस जानलेवा वायरस को मात दे चुके हैं. हालांकि, अब तक 1218 लोग कोरोना वायरस की चपेट में आकर मारे जा चुके हैं. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 2,293 नए मामले सामने आए हैं और 71 मौतें हुई हैं. ये एक दिन में सामने आए मामलों में सबसे ज्यादा है.
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