नई दिल्ली: आयुष्मान भारत योजना के तहत देश में अब तक लगभग 2 करोड़ गरीब लोगों को उपचार दिया जा चुका है। केंद्र ने कोरोना महामारी के दौरान गरीब परिवारों के स्वास्थ्य देखभाल खर्च के बारे में जानकारी देते हुए सरकार ने बताया कि अब तक देश भर में आयुष्मान भारत योजना के तहत कम से कम 1.99 करोड़ गरीब लोगों को अस्पताल में उपचार मिल चुका है। सरकार ने बताया कि इस पर अब तक 24,683 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) के आंकड़ों के मुताबिक, अब तक तक़रीबन 16.20 करोड़ पात्र लाभार्थियों को योजना के तहत सत्यापित किया गया है और आयुष्मान कार्ड दिए गए हैं। सरकार ने बताया कि 918 स्वास्थ्य लाभ पैकेज (HBP) हैं, जिनमें कोरोना का उपचार और कोरोना जांच के साथ 1,669 प्रक्रियाओं को सम्मिलित किया गया है। अब तक तक़रीबन 23,000 सार्वजनिक और प्राइवेट अस्पतालों का एक नेटवर्क देश भर में आयुष्मान भारत- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) के साथ जुड़ चुका है।
इससे पहले सरकार ने मंगलवार को बताया था कि आयुष्मान भारत- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) के तहत 25 जुलाई तक 20.32 लाख सैम्पल्स की कोरोना टेस्टिंग की गई और 7.08 लाख मरीज अस्पताल में एडमिट हुए। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने उच्च सदन में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी देते हुए कहा कि लोक स्वास्थ्य राज्य का विषय है और कोरोना महामारी पर प्रतिक्रिया प्राथमिक तौर पर राज्य सरकार की जिम्मेदारी है।
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