Jul 04 2016 04:58 PM
लंदन : यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के अलग होने पर पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर ने अपनी राय रखते हुए कहा है कि ईयू को छोड़ने के विषय में विकल्प खुले रखने चाहिए, क्यों कि पिछले माह हुए जनमत संग्रह में जिन 48 प्रतिशत लोगों ने इसके खिलाफ वोट किया है, उन्हें लगता है कि उनकी बात नहीं सुनी जा रही है। रविवार को ब्लेयर ने कहा कि ब्रेग्जिट का क्या तात्पर्य है, का ब्योरा अब सामने आने लगा है।
यदि लोगों की इच्छा बदलती है, तो हम क्यों न उनका सम्मान करें। वर्ष 1997-2007 तक प्रधानमंत्री रह चुके बेल्यर ने कहा कि 48 फीसदी लोग अब भी ईयू में बने रहना चाहते है और उन्होने इसके पक्ष में मतदान किया है। उधर तत्काल पीएम डेविड कैमरुन व लेबर नेता देरेमी कोर्बिन ने दूसरे यूरोपीय संघ जनमत संग्रह से इंकार किया है।
इस बाबत जब उनसे पूछा गया कि क्या विकल्प खुले रहने का मतलब ईयू में रहने और न रहने को लेकर होने वाले जनमत संग्रह से है, तो उन्होने कहा कि इसका मतलब है कि हम जो भी फैसला करते है, उसका मतलब यह होना चाहिए कि यह बहस कैसे बढ़ती है।
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