उज्जैन: नौतपा ने बुधवार को उज्जैन के लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. दो वर्ष के अंतराल बाद पहली बार पारा 44 डिग्री पहुंच गया, जो इस मौसम का सबसे उच्च तापमान है. इससे पहले सिंहस्थ 2016 में पारा 44.5 डिग्री पर पहुंचा था. नौतपा लगते ही पारा निरंतर बढ़ रहा है. आग उगलने वाली गर्मी की वजह से लोग परेशान हैं और कामकाज पर भी इसका प्रभाव पड़ रहा है. जीवाजी वेधशाला में बुधवार का दिन इस मौसम का सर्वाधिक गर्म दिन रहा. सुबह से तेज गर्मी रही. दोपहर के समय लोगों का घरों से निकलना दूभर हो गया.
वेधशाला में दिन का तापमान 44 डिग्री और रात का तापमान 28.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ. मंगलवार को भी तेज गर्मी रही. इस दिन पारा 43.5 डिग्री चला गया था। 29 डिग्री के साथ रात का मौसम भी बेहद गर्म रहा. वेधशाला के रिकॉर्ड के अनुसार अब तक का सर्वधिक दिन 21 मई 2010 था. तब अधिकतम तापमान 46 डिग्री पहुंचा था. मई- 2016 को भी तापमान 45.5 डिग्री सेल्सियस पर दर्ज किया गया था. नौतपा लगते ही सूरज के तीखे तेवर नज़र आ रहे हैं.
तापमान 41 डिग्री से निरन्तर ऊपर बढ़ रहा है. बुधवार को 44 डिग्री तापमान में लोगों को ऐसा लगा, मानो आसमान से अंगारे बरस रहे हों. गर्म थपेड़ों की वजह से जरूरी काम करना भी मुश्किल हो गया. लोगों को कूलर व एसी का सहारा लेना पड़ रहा है. तेज गर्मी की वजह से जल स्तर पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है. भू-जल स्तर कम हो रहा है, जिसके चलते हैंडपंप जवाब दे रहे हैं.
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