आंध्र प्रदेश में कोयले की खदान दुर्घटना की सूचना मिली। इसमें दो माइनर्स दोपहर 2 बजे के आसपास दूसरी शिफ्ट ड्यूटी में शामिल होने के लिए अंडरग्राउंड माइन में गए थे और मलबे के नीचे तब फंसे थे जब खनन गुफा की छत के कमजोर हिस्से में प्रॉपर फिक्सिंग करते समय उनके ऊपर पैरापिट की दीवार गिर गई थी। बता दें कि बुधवार रात करीब 10.30 बजे भूपालपल्ली में सिंगारनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड (SCCL) की काकतीय 6 इनलाइन कोयला खदान से दो खनिकों के शव निकाले गए थे।
यहां यह साझा करने की आवश्यकता है कि मृतकों की पहचान पेद्दापल्ली जिले के पेद्दापल्ली मंडल के गौरदीपेट के निवासी कथम नरसैया (51) और मनचेरियल जिले के दांडेपल्ली मंडल के वेंकटराटोपेटा गांव के सलावनी शंकरायाह (53) के रूप में की गई थी। हालांकि नरसैया पत्नी भूलाक्ष्मी और चार बेटों से बचे हुए हैं।
हालांकि, हमें यह बताने की कोशिश करते हैं कि पीड़ितों को बचाने के प्रयास में, प्रबंधक टैगोर सिंह, और सुरक्षा अधिकारी पांडे सहित SCCL बचाव दल की दस सदस्यीय टीम खदान में घुस गई, लेकिन व्यर्थ। लगभग छह घंटे के बचाव अभियान के बाद शवों को निकाला गया और पोस्टमॉर्टम के लिए स्थानीय अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। स्थानीय विधायक गांद्रा वेंकटरमण रेड्डी ने भी खदान का दौरा किया।
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