90s के शोज ही नहीं एड भी है लोगो की पसंद
90s के शोज ही नहीं एड भी है लोगो की पसंद
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कोरोना वायरस के चलते पूरे देशभर में लॉकडाउन जारी है. इसके साथ ही सरकार ने लोगों के मनोरंजन के लिए दूरदर्शन पर धारावाहिक रामायण और महाभारत का प्रसारण शुरू कर दिया है. वहीं दर्शकों ने सरकार से दूरदर्शन पर भारत के पहले सुपरहीरो शक्तिमान को भी दिखाने के लिए कहा था. इसके साथ ही सरकार ने इसे स्वीकार करते हुए 1 अप्रैल से शक्तिमान का भी प्रसारण शुरू कर दिया है. 90 के दशक के शो के अलावा कई विज्ञापन भी ऐसे हैं जो दर्शकों के जेहन में ताजा हैं. वहीं आज आपको कुछ ऐसे से विज्ञापनों के बारे में बताते हैं जो काफी हिट रहे थे. निर्मा- 'हेमा, रेखा, जया और सुष्मा, सबकी पसंद निर्मा' वॉशिंग पाउडर निर्मा का विज्ञापन काफी फेमस रहा है. इसके बाद में इस विज्ञापन में कई बदलाव हुए, लेकिन इसकी टैगलाइन ने लोगों को काफी आकर्षित किया था. 

नेरोलैक- 'जब घर की रौनक बढ़ानी हो, दीवारों को जब सजाना हो... नेरोलैक, नेरोलैक.' 90 के दशक में इस विज्ञापन का भी काफी शोर था और ये तब काफी प्रचलित हुआ था. 90 के दशक में बड़े हो रहे लोगों को ये विज्ञापन उन्हें एक बार फिर बचपन में ले जाएगा.वहीं  हमारा बजाज- 'हमारा बजाज' एक एंथम की तरह था. स्कूटर तो हिट हुआ ही साथ में इसका विज्ञापन तो सुपरहिट था. ये 1989 में रिलीज हुआ था.वहीं  90 के दशक में इस विज्ञापन को खूब आपने टीवी पर देखा होगा. इसके साथ ही विको टरमरिक- 'विको टरमरिक, नहीं कॉस्मेटिक.. त्वचा की रक्षा करे आयुर्वेदिक क्रीम' कुछ इन्हीं लाइनों को आपने हजारों बार टीवी पर देखा होगा. चेहरे के निखारने वाली इस क्रीम से ज्यादा इसका विज्ञापन प्रचलित हुआ था. 

एक्शन का स्कूल टाइम- 'स्कूल टाइम... एक्शन का स्कूल टाइम' जूतों की मार्केट में अपनी पहचान स्थापित करने के लिए एक्शन को उसके विज्ञापन ने काफी मदद की थी. इसके अलावा बच्चों के लिए बनाए गए इस विज्ञापन ने लोगों को काफी प्रभावित किया था. इसके साथ ही बादशाह मसाला- 'स्वाद सुगंध का राजा, बादशाह मसाला' कुछ इन्हीं लाइनों के साथ ये विज्ञापन प्रसारित होता है. वहीं ब्रांड ने प्रमोशन करने के लिए करीब एक दशक तक इस विज्ञापन का उपयोग किया था. आपकी जानकारी के लिए बता दें की  विज्ञापनों की कोई उम्र नहीं होती. कई विज्ञापन अपने साथ ब्रांड को भी अमर कर देते हैं. वहीं ये कुछ ऐसे ही विज्ञापन है जो हमेशा दर्शकों के जेहन में जिंदा रहेंगे. खासकर इन विज्ञापनों को आपने 90 के दशक में तो जरूर सुना होगा. वहीं आज इन्हीं विज्ञापनों से आपकी यादें ताजा हो गई हो जाएंगी.

 

 

 

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