राज्य सभा में पेश हुए तीन तलाक बिल पर आज भी कोई फैसला नहीं आ सका है. राज्य सभा में हुए हंगामे के बाद सदन की कार्रवाई कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है.
बुधवार को हंगामे के बाद कार्रवाई स्थगित कर दी गई थी. जिसके बाद आज राज्य सभा की कार्रवाई शुरू होने पर इस बिल को फिर पेश किया गया. तीन तलाक बिल सिलेक्ट कमेटी को भेजने पर अड़ी कांग्रेस पार्टी ने राज्यसभा में चर्चा के दौरान यह सवाल उठाया कि अगर पति जेल के अंदर होगा तो फिर परिवार का भरण पोषण कौन करेगा. कांग्रेस ने कहा कि हम बिल के साथ हैं लेकिन जेल के खिलाफ हैं. सरकार विपक्ष की इस मांग को मानने के लिए राज़ी नहीं है. नतीजतन सदन में बहसबाजी हुई. हंगामे को देखते हुए माननीय उपसभापति ने सदन की कार्रवाई कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी है.
दरअसल तीन तलाक से जुड़ा विधेयक लोकसभा 28 दिसंबर को पास कर चुकी है. लेकिन राज्यसभा में सरकार के पास बहुमत नहीं है. पांच जनवरी को संसद का शीतकालीन सत्र खत्म होने वाला है और इससे पहले राज्यसभा में तीन तलाक बिल को पास कराना सरकार के लिए चुनौती बना हुआ है. अब देखना यह है कि राज्य सभा में इसका क्या नतीजा निकलता है.
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