उज्जैन: सिंहस्थ में महा मंडलेश्वर पद पर प्रतिष्ठित होने से पहले अखाडा समिति ने कहा किन्नर अखाड़े का शस्त्र तलवार होगा, इसकी विधिवत घोषणा सोमवार सुबह लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी को अखाड़े के पहले आचार्य महामंडलेश्वर की पदवी ग्रहण कराने के साथ की गई।इसके नासिक राजस्थान, दिल्ली, गुजरात चार पीठाधीश्वर और चार महंतों की नियुक्ति की है।
अखाड़े के संरक्षक अजयदास ने बताया पदवी ग्रहण समारोह उजड़खेड़ा क्षेत्र में स्थापित कैम्प में हुआ। इसमें विधिविधान से लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी को आचार्य महामंडलेश्वर की पदवी दी गई। वे अखाड़े की नियमावली और उद्देश्य बताएंगे।
देशभर के 20 लाख किन्नरों के सम्मान और उत्थान के लिए देशभर में जागरूकता रथ चलाया जाएगा। अखाड़ा जनकल्याण के साथ पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कार्य करेगा, जिसकी शुरुआत वे देवत्व यात्रा में शिप्रा शुद्धिकरण और स्वच्छता का संदेश देकर कर चुके हैं.