गुवाहाटी: किसी से दोस्ती करना, किसी के साथ कारोबार करना, किसी से नजदीकी बढ़ाना, किसी को प्यार के जाल में फंसाना, इन सबका आखिरी मकसद सिर्फ उस व्यक्ति को इस्लाम कबूल करवाना हो सकता है, ऐसा किसी ने सोचा नहीं था। कभी ऑनलाइन गेम खेलने के बहाने बच्चों को बरगलाकर उन्हें मुसलमान बनाया जा रहा है, तो कहीं लड़कियों को गलत पहचान बताकर उनका विश्वास जीता जाता है, फिर इस्लाम के नाम पर उनके साथ विश्वासघात किया जा रहा है।
ऐसे सैकड़ों केस आपको मिल जाएंगे, सिर्फ किसी गैर-मुस्लिम को इस्लाम कबूल करवाने के लिए मुसलमानों ने जुर्म की सारी हदें पार कर दी। लेकिन, इसके बावजूद प्रशासन और सरकार इस घिनौने कृत्य की जड़ पता लगाने में नाकाम रही है कि आखिर क्यों मुस्लिम समुदाय के लोग, पूरी दुनिया को मुसलमान बनाने के पीछे पड़े हैं। आखिर इससे वे क्या हासिल कर लेंगे ? पहले मुगलों-नवाबों के समय मार-मारकर मुसलमान बनाया जाता था, बहुसंख्यकों को उम्मीद थी कि देश की आज़ादी के बाद तो ये जुल्म हमेशा के लिए ख़त्म हो जाएंगे, लेकिन कट्टरपंथी इस्लामवादी मानने को राजी नहीं हैं। अब वे धर्मान्तरण के लिए नए और अधिक घिनौने तरीके अपना रहे हैं। इसका एक हैरतअंगेज़ उदाहरण असम के कछार जिले से सामने आया है।
असम के कछार जिले में मुस्लिम युवक द्वारा एक हिन्दू महिला को किडनैप कर उसके पैरों में लोहे की जंजीर बाँध दी गई थी। इसके बाद जनजातीय (ST) समुदाय से आने वाली उस महिला को लगातार प्रताड़ित करके इस्लाम कबूल करने के लिए विवश किया गया। फ़िलहाल, पुलिस ने इस संबंध में FIR दर्ज करके मुनाफ अली नामक आरोपी को अरेस्ट कर लिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 3 माह पहले स्थानीय लोगों द्वारा बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को मुनाफ अली के घर में किसी हिन्दू महिला के बंधक होने के बारे में बताया गया था। स्थानीय लोगों ने बताया था कि महिला को जंजीरों में बाँध कर बेरहमी से मारा-पीटा जाता है, जिसकी चीखें बाहर तक सुनाई देती हैं। बजरंग दल के सदस्यों ने पता किया, तो ये तमाम बातें सच निकली। इसके बाद फ़ौरन पुलिस से संपर्क किया गया। पुलिस ने मौके पर पहुँचकर पीड़िता को जंजीरों से मुक्त करवाया और मुनाफ अली को पकड़ लिया।
इस समय पीड़ित महिला की प्रताड़ना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमे महिला के बाएँ पैर में लम्बी जंजीर बँधी हुई नज़र रही है। इस जंजीर से बंधे हुए ही वो घर की चार दीवारी में घूमती रहती थी। इतना सब कुछ सहने के बाद फिलहाल, पीड़िता की मानसिक हालत भी सही नहीं है। हिन्दू संगठन के सदस्यों ने बताया है कि महिला को तक़रीबन 12 साल पहले मुनाफ अली ने किडनैप कर लिया था। तब से उसे जंजीर से बांधकर रखा गया था।
रिपोर्ट के अनुसार, मुनाफ अली ने पीड़िता को डरा-धमका कर जबरन मुसलमान बनाया था और उससे जबरदस्ती निकाह भी कर लिया था। निकाह के बाद मुनाफ अली बार-बार पीड़िता को उसकी पुश्तैनी जमीन अपने नाम करने के लिए कहता था। जब पीड़िता इंकार करती, तो उसकी बेरहमी से पीटा जाता था। बीते 12 वर्षों में आरोपित ने पीड़िता के साथ कई बार जबरन शारीरिक संबंध बनाए और इस दौरान महिला ने 5 बच्चों को जन्म दिया। अभी ये सभी बच्चे मुनाफ अली के भाई के कब्ज़े में हैं। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि मुनाफ अली ने उसके ऊपर बहुत जुल्म किया है। उसने उसकी गला घोंटकर मारने की भी कोशिश की थी।
महिला ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि वह कहीं भाग न जाए इसके कारण मुनाफ अली उसके पैरों में जंजीर बाँध कर रखता था। एक दिन महिला ने शोर मचा कर अपने पड़ोसियों से सहायता मांगने की कोशिश की थी। जिसके बाद पड़ोसियों ने हिन्दू संगठनों से सम्पर्क किया और आखिरकार ये सूचना पुलिस तक पहुँच गई। बजरंग दल के सदस्यों ने वैदिक अनुष्ठान के जरिए पीड़िता की हिन्दू धर्म में घर वापसी करवाई है।