खानपान में बदलाव से सुधार सकते है पाचन तंत्र
खानपान में बदलाव से सुधार सकते है पाचन तंत्र
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महामारी कोरोना के चलते लॉकडाउन ने सामान्य दिनचर्या को प्रभावित किया है. लंबे समय से लगातार घर में रहने और आउटडोर एक्टिविटीज बंद होने के कारण शारीरिक निष्क्रियता में भी वृद्धि हुई है, जिसके चलते लोगों में पाचनतंत्र बिगड़ रहा है और कब्ज, एसिडिटी, पेट में भारीपन तथा अपच की समस्याएं बढ़ गई हैं.

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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि कोविड-19 के संक्रमण से बचने के लिए आयुष मंत्रालय की एडवाइजरी के परिपालन की सलाह का सीधा अर्थ है कि हमें लॉकडाउन के दौरान रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत रखना है. यह तभी संभव है जब हमारी दिनचर्या सुव्यवस्थित होगी और पाचनतंत्र सुचारु रूप से काम करेगा. गुनगुने पानी का सेवन इस दिशा में बेहतर उपाय है. जानें क्‍या कहते है कानपुर के चिकित्साधिकारी, राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय के डॉ. अर्पिता सी राज.

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इस मामले को लेकर आयुर्वेद के अनुसार, खान-पान में कुछ सामान्य चीजों को आदत में लाने से पाचनतंत्र सक्रिय बना रहता है, जिससे हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रहती है. अधिसंख्य लोग भोजन के पश्चात ठंडा पानी पीते हैं, जो पाचनतंत्र को सुस्त बनाता है. इससे एब्साप्र्शन, एसिमिलेशन, मेटाबॉलिज्म और डाइजेशन ठीक से काम नहीं कर पाते. परिणामस्वरूप सही से पच न सका भोजन टॉक्सिन में परिवर्तित हो जाता है. गुनगुना पानी पाचन क्रिया को तेज कर देता है. परिस्थितियों को देखते हुए इस संक्रमण काल में आयुर्वेद में वर्णित जीवनशैली, संतुलित भोजन, आहारविहार, घर पर ही व्यायाम, योग, प्राणायाम सेहत के लिए बहुत जरूरी हैं

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