राजनांदगांव। एक बार फिर रेलवे विभाग की खोखली व्यवस्था उजागर हो गई. रेल बजट पेश होने से एक दिन पहले छत्तीसगढ़ में 08246 बीकानेर-बिलासपुर भगत की कोठी एक्सप्रेस ने रेल मंत्री सुरेश प्रभु की पोल खोलकर रख दी. ट्रैन में सैकड़ों यात्रियों की जान दांव पर लग गयी थी. ट्रेन का इंजन अलग होकर ढाई किलोमीटर आगे निकल गया. बिना इंजन के ही ट्रैन के आधा किलोमीटर तक पटरी पर दौड़ते रहे. दूसरी और इंजन भी बिना डिब्बों के राजनांदगांव रेलवे स्टेशन पहुंच गया.
मामला बुधवार सुबह करीब 9 बजे राजनांदगांव रेलवे स्टेशन के पहले मोतीपुर क्रॉसिंग का है. भगत की कोठी एक्सप्रेस क्रॉसिंग पर पहुंचने वाली थी तभी गेटमैन ने देखा कि इंजन की कपलिंक खुल जाने से उसके डिब्बे पीछे छूट गए हैं. गैटमैन ने इंजन ड्राइवर को इशारे से बताने का प्रयास किया, लेकिन वह उसका इशारा समझे बगैर निकल गया. इसके बाद गेटमैन ने फौरन इसकी सूचना रेलवे स्टेशन पर चीफ पीडब्ल्यूआई शैलेन्द्र कुमार को दी और खुद पटरियों पर दौड़ते यात्रियों से भरे डिब्बों को रोकने में जुट गया.
मोतीपुर क्रॉसिंग और राजनांदगांव स्टेशन के बीच करीब तीन किलोमीटर का फासला है. आखिरकार लुढ़कते डिब्बों को क्रॉसिंग के पास रोका गया. ट्रेन में सवार यात्रियों को जब इस घटना क बारे में मालूम पड़ा तो वह हैरान रह गए. हालांकि इस घटना में किसी को कोई नुकसान नही हुआ.
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