उत्तर प्रदेश/भदोही : उत्तर प्रदेश के भदोही जिले के गोपीगंज में वाराणसी-इलाहाबाद रेल मार्ग पर रविवार सुबह 10.03 बजे नई दिल्ली से दरभंगा जा रही स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस से स्विफ्ट डिजायर कार जा भिड़ी। रेलगाड़ी और कार के बीच भिड़ंत के बाद जोरदार धमाका हुआ और कार के परखच्चे उड़ गए। इस हादसे में कार में सवार तीन व्यक्तियों की मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति घायल हो गया। संत रविदास नगर के पुलिस अधीक्षक अनिल राय ने आईएनएस को बताया कि यह हादसा ज्ञानपुर रोड रेलवे स्टेशन और सरायजगदीश हाल्ट के मध्य स्थित राधास्वामीधाम मार्ग के पूरेकानून गोयान मानवरहित समपार पर हुआ।
राय के अनुसार, कार में सवार चार युवकों में दो की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि एक युवक ने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया। चौथे घायल युवक को इलाज के लिए वाराणसी के सर सुंदरलाल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। राय ने बताया कि मृतकों के शव पोस्टमार्टम के बाद उनके परिजनों को सौंप दिए गए। हादसे के शिकार सभी चारों युवक गोपीगंज थाने के तिवारीपुर भवानीपुर गांव के निवासी थे। घटना के बाद इलाके में कोहराम मच गया। मरने वालों में तीन युवक मां-बाप की इकलौती संतान थे। हादसे में जान गंवाने वालों में दिल्ली की फोरेंसिस लैब में काम करने वाला एक युवक भी शामिल है। सभी युवक घरों में शादी समारोह में शामिल होने आए थे।
दुर्घटना के बाद रेलगाड़ी के इंजन में खराबी आ गई। बाद में दूसरा इंजन लगाकर रेलगाड़ी को दरभंगा के लिए रवाना किया गया। हादसे के बाद आला रेल अधिकारी और जिले के पुलिस कप्तान मौके पर पहुंच गए। राय ने कहा कि जय किशन तिवारी (30) और रामकुमार उर्फ गप्पू (22) की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी। जबकि घायल संतोष तिवारी (28) और अतुल तिवारी (28) को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोपीगंज लाया गया। जहां संतोष ने इलाज के दौरान दमतोड़ दिया। जबकि अतुल को एबुलेंस से वाराणसी ले जाया गया, और सर सुंदर लाल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि रेल हादसे के शिकार चारों युवक दिल्ली में एक साथ काम करते हैं। सभी युवक घरों में शादी समारोह में शामिल होने आए थे। राय ने बताया कि युवकों कार जैसे ही राधास्वामी धाम स्थित पूरेकानून गोयान मानवरहित समपार पर नीचे से ऊपर की ओर बढ़ रही थी, वहां तैनात चौकीदार ने तेज आवाज लगाकर उन्हें रोकने की कोशिश की। एक मोटरसाइकिल सवार ने भी उन्हें रोकने की कोशिश की, फिर भी दुर्घटना घट गई।
नई दिल्ली से दरभंगा की ओर जा रही स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस की डिजायर से सीधी भिड़ंत हो गई। दुर्घटना में मृत रामकुमार दूबे दिल्ली स्थित फोरेंसिस लैब में काम करता था। वहीं संतोष कोरियर कंपनी में काम करता था। जबकि अतुल और जयकिशन दिल्ली में निजी वाहन चलाते थे। संतोष को छोड़ कर हादसे में जान गंवाने वाले युवक मां-बाप की इकलौती संतानें थे।
रेल हादसे की खबर लगते ही वाराणसी से आलाधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंच कर रेलगाड़ी की जांच की। फिर सरायजगदीश हाल्ट पर खड़ी मालगाड़ी का इंजन लगा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एक्सप्रेस को 12.20 बजे दोपहर दरभंगा बिहार के लिए रवाना किया गया। रेलगाड़ी अपने निर्धारित समय से तीन घंटे विलंब से चल रही थी। ज्ञानपुर रोड रेलवे स्टेशन पर इसका समय सुबह 7.05 बजे है।