कोलकाता : केंद्र सरकार के खिलाफ वामपंथी संगठनों से जुड़ी दस ट्रेड यूनियनों ने 8 और 9 जनवरी को देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। इस बंद का रेल और सड़क परिवहन सेवाओं के अलावा आम जनजीवन पर असर पड़ने की आशंका है।
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इस कारण हड़ताल कर्मचारी
सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस से जुड़े पदाधिकारियों ने बताया कि इस हड़ताल में किसानों और बैंक कर्मियों के भी शामिल होने की संभावना है। उन्होंने ट्रेड यूनियन कानून 1926 में संशोधन का विरोध किया और कहा कि सरकार कथित पारदर्शिता के नाम पर गलत कर रही है और इससे बंधुआ मजदूरी का खतरा पैदा होगा।
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राज्य में कोई असर नहीं
जानकारी के लिए बता दें की पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को यह साफ़ किया कि ट्रेड यूनियनों द्वारा बुलाई गई हड़ताल का राज्य में कोई असर नहीं होगा। केंद्र सरकार की ‘जन-विरोधी’ नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए मंगलवार से दस केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने 2 दिन के राष्ट्रव्यापी बंद का आह्वान किया है। ममता ने कहा, ‘‘ मैं इस पर एक शब्द भी नहीं बोलना चाहती हूं। हमने किसी भी बंद को समर्थन नहीं देने का फैसला किया है। अब बहुत हो गया।
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