बारहसिंगा के साथ ऐसी घिनोनी करतूत, दम है तो देखिये
बारहसिंगा के साथ ऐसी घिनोनी करतूत, दम है तो देखिये
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जीवन में सेक्स बहुत मायने रखता है और इससे ज्यादा महत्वपूर्ण होती है कामेच्छा। इसे बढ़ने के लिए लोग न जाने क्या क्या तरकीबे अपनाते है। लेकिन आज हम जो आपको बताने जा रहे है यह वाकई हैरान कर देने वाला है। ये जितना दर्दनाक है उतना ही हैरतअंगेज भी। बारहसिंगा जानवर को तो आप जानते ही होंगे और देखा भी होगा। हिरन की ऐसी प्रजाति होती है जिनके सींगे बारह होते हैं। लेकिन इन बेजुबान बारहसिंगा के साथ साइबेरिया में घिनोनी हरकत की जाती है। साइबेरिया के अटलाई पहाड़ियों में रूसी लोग मरल प्रजाति के बारहसिंगा को पालते हैं।

लेकिन यह लोग जिस कारण से इन्हे पालते है वह हैरान कर देने वाला है। अटलाई पहाड़ियों में रहने वाले चरवाहे सबसे पहले बारहसिंगो को पकड़ते हैं, फिर उन्हें जबरन अपनी कैद में रख लेते हैं। उस कैद को एक तरह का टॉर्चर चैंबर कहा जा सकता है। एक समय बाद ये चरवाहे बाहरसिंगो के सिंगो को एक तरह की इलेक्ट्रिक आरी यानी के बिलजी से चलने वाली आरी से काट देते हैं। सींगो को तोड़ने में 4 से 5 चरवाहे एक जानवर पर लगे होते हैं।

यह लोग मानते है कि सींगो से निकलने वाला खून कामेच्छा बढ़ाने के लिए काफी फायदेमंद है। बेजुबान जानवरों के साथ ऐसी दरिंदगी वो उनके होश में रहते हुए ही करते हैं। आरी चलाने से पहले वो कभी रस्सी से सींगों को तोड़ते की भी कोशिश करते हैं। इस लिए वो लोग दर्जनों की मात्रा में बाहसींगा के सींगों को तोड़ते हैं और फिर उनके खून को एकत्र कर बाथटब में भरते हैं। 

ऐसे वो कई बाथटब बनाते हैं और वहां रहने वाले लोगों और यात्रियों को इस खून से भरे टब में नहाने के लिए ऑफर करते हैं। ऐसा मानते है कि इस खून में स्नान करने से कामेच्छा में वृद्धि होती है। महिला हो या पुरुष, ये एक प्राकृतिक वियाग्रा की तरह काम करता है। इसे ज्यादातर वे लोग इस्तेमाल करते है जि की ढलती हो और कई लोग ऐसे भी हैं जो इसमें डुबकी लगाने के बाद अजब सी तरोताजगी की बात कहते हैं। पर अब ऐसे कई समुदाय है जो इस कृत्य के खिलाफ खड़े हुए है और ऐसी दरिंदगी बंद करने के लिए अपनी आवाज उठा रहे हैं।

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