लखनऊ: कुछ समय पहले ही चिन्मयानंद और छात्रा प्रकरण की जांच पूरी करने के बाद एसआईटी 28 नवंबर को शपथ पत्र के साथ फाइनल रिपोर्ट इलाहाबाद हाईकोर्ट में दाखिल करेगी. एसआईटी को मामले की जांच पूरी करने में दो माह लग गए. जंहा इस दौरान एसआईटी ने 105 लोगों से पूछताछ की. 24 महत्वपूर्ण भौतिक और 55 अभिलेखीय साक्ष्यों को इकट्ठा कर सीजेएम कोर्ट में 6 नवंबर को चार्जशीट सौंपी. वहीं पूर्व गृह राज्यमंत्री चिन्मयानंद पर एलएलएम की छात्रा ने एसएस लॉ कॉलेज में दुष्कर्म का आरोप लगाया था. वहीं, छात्रा और उसके दोस्तों पर चिन्मयानंद से 5 करोड़ रुपये की फिरौती मांगने का आरोप है.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक चिन्मयानंद पर आरोप लगाने के बाद छात्रा लापता हो गई थी, जो अपने दोस्त के साथ राजस्थान के दौसा में 30 सितंबर को पुलिस को मिली थी. मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंचने की वजह से इन दोनों ही मामलों की जांच इलाहाबाद हाईकोर्ट की निगरानी में एसआईटी ने की. वहीं यह भी कहा जा रहा है कि एसआईटी के पास दोनों मामले छह सितंबर को पहुंचे थे. दोनों ही मामलों में चौक कोतवाली में दर्ज एफआईआर की कॉपी और पुलिस की शुरूआती जांच को परखने व अधिकारियों से वार्ता के बाद एसआईटी ने नए सिरे से जांच शुरू की तो दोनों ही मामलों की परतें खुलती चली गईं.
जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि एसआईटी ने दुष्कर्म मामले में चिन्मयानंद को आरोपी पाते हुए 20 सितंबर को गिरफ्तार किया और छात्रा के दोस्तों को फिरौती मामले में आरोपी पाते हुए इसी दिन गिरफ्तार कर लिया. जबकि छात्रा को भी फिरौती मामले में 25 सितंबर को गिरफ्तार किया गया. जांच के दौरान डीसीबी चेयरमैन डीपीएस राठौर और भाजपा नेता अजीत सिंह के भी नाम सामने आए. इन दोनों पर आरोप लगा कि इन्होंने चिन्मयानंद से सवा करोड़ रुपये फिरौती मांगी थी. जांच पूरी कर एसआईटी ने सीजेएम कोर्ट में 6 नंबर को चार्जशीट दाखिल कर दी थी. वहीं, एसआईटी के सह विवेचक इंस्पेक्टर दलवीर सिंह ने बताया कि टीम के एसपीओ कुलदीप सिंह संपूर्ण जांच रिपोर्ट हाईकोर्ट को 28 नवंबर को सौंप देंगे.
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