बस इस एक चीज़ को मिलाये बच्चो के दूध में और फिर देखिये कमाल
बस इस एक चीज़ को मिलाये बच्चो के दूध में और फिर देखिये कमाल
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बच्चो को सादा दूध पिलाने में काफी मेहनत करनी पड़ती है तो क्यों न इसमें कुछ पोषक नुट्रिएंट्स को मिला दिया जाए अगर आप इसमें कुछ नेचुरल इंग्रीडिएंट को शामिल करती हैं तो इससे बच्चों को अतिरिक्त लाभ होता है। अमूमन बच्चों का इम्युन सिस्टम बडों के मुकाबले कमजोर होता है और इसलिए वह जल्दी बीमार पड़ते हैं। ऐसे में अगर आप बच्चों के दूध में कुछ नेचुरल चीजों को शामिल करती हैं तो इससे उनका इम्युन सिस्टम मजबूत होगा। साथ ही उन्हें दूध के पोषक तत्वों के साथ उन प्राकृतिक चीजों में मौजूद न्यूट्रिएंट्स के भी लाभ प्राप्त होंगे। तो चलिए जानते है की बच्चों के दूध में किन चीजों को एड करके उन्हें अतिरिक्त बेनिफिट दे सकती हैं-

सत्तूगर्मी के मौसम में बच्चों को दूध में सत्तू मिलाकर भी दिया जा सकता है। यह बच्चे के लिए एक कंप्लीट फूड है और अगर बच्चे सुबह के समय दूध में सत्तू मिलाकर उसका सेवन करते हैं तो इसके बाद उन्हें कुछ और खाने की जरूरत नहीं है।

बादामअगर आपका बच्चा दूध पीने में आनाकानी करता है तो आप उसे बादाम का दूध पीने के लिए दे सकती हैं। यह जितना टेस्टी होता है, उतना ही हेल्दी भी। बादाम का दूध ना सिर्फ बच्चों के मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाता है, बल्कि इससे उनके प्रतिरक्षा तंत्र पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इतना ही नहीं, बादाम का दूध पीने से बच्चों की आंखें भी काफी तेज होती हैं। इस तरह बादाम का दूध आपके बच्चे के दिमाग, दिल, आंखों और त्वचा के लिए फायदेमंद होता है। खासतौर से, अगर आपका बच्चा लैक्टोस इनटॉलरेंस है तो आप उसे बादाम का दूध देना एक अच्छा ऑप्शन है।

हल्दीअमूमन चोट लगने पर हल्दी वाला दूध पीने की सलाह दी जाती है, लेकिन आप बच्चों को हल्दी का दूध दे सकती हैं। हल्दी वास्तव में एक सुपरफूड है जिसका इस्तेमाल लंबे समय से भारतीय व्यंजनों को पकाने के दौरान किया जा रहा है। हल्दी एक अद्भुत स्पाइस है जो सभी आयु समूहों के लिए बेहद पौष्टिक माना जाता है। चूंकि बच्चों को अधिक पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है क्योंकि उनका शरीर अभी भी बढ़ रहा है और उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली इतनी मजबूत नहीं है। ऐसे में उन्हें हल्दी का दूध देना चाहिए। इसमें एंटी-एलर्जी और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैंयह एंटीऑक्सिडेंट में भी समृद्ध है जो बच्चों को कीटाणुओं से लड़ने और मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली के निर्माण में मदद करता है। खासतौर से, अगर बच्चा अस्थमा से पीड़ित है तो उसके लिए हल्दी का दूध किसी वरदान से कम नहीं है। इतना ही नहीं, शरीर में दर्द होने पर भी हल्दी वाला दूध पीना काफी अच्छा माना जाता है। इसलिए अगर बच्चे को हाथ पैर व शरीर के अन्य भाग में दर्द की शिकायत हो रही है तो आप उसे रात को सोने से पहले हल्दी वाला दूध दें। साथ ही बच्चों को सर्दी-जुकाम होने पर भी हल्दी का दूध देना काफी लाभकारी होता है। 

इन पोषक तत्वों को दूध में मिलकर आपका बच्चा दूध भी ख़तम कर देगा और नुट्रिशन्स भी पर्यापत मात्रा में पा सकेगा , तो देर किस बात की है इन उपायों को जरूर अपनाये पर डॉक्टरी सलाह के साथ।

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