नई दिल्ली : आगामी समय में बिहार में होने वाले चुनाव को लेकर कांग्रेस और भाजपा ने जमकर तैयारी की है, हालांकि इस क्षेत्र में जेडीयू, आरजेडी और सपा गठबंधन से उसे कड़ी टक्कर मिलने की संभावना है लेकिन भाजपा को पटखनी देने के लिए अब कांग्रेस के अलावा अन्य राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारी प्रारंभ कर ली है। बिहार के अलावा अब ये दल पश्चिम बंगाल और दिल्ली में भी एकजुट हुए हैं। इसका प्रारंभ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किया है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीती शाम दिल्ली पहुंचकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भेंट की। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ डिनर भी किया। इस भोज के साथ दोनों ने भाजपा की मोनोपाॅली से भिड़ने की जुगत लगाई। इस दौरान विपक्षी दलों द्वारा दृढ़ संकल्प लिया गया कि चुनावों में भाजपा को किस तरह से विजय से दूर रखा जा सकता है।
मामले में यह कहा गया है कि दोनों नेताओं ने इस तरह की रणनीति तैयार की है जिसमें विपक्षी दल चाय पिलाने वालों को ही चाय की चुस्कियों से पटखनी दे सकें। इसके लिए आने वाले समय में राष्ट्रवादी कांग्रस पार्टी के साथ सपा जेडीयू और वाम दलों को भी शामिल करने पर विचार किया जा रहा है।
माना जा रहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ इस तरह की टी पार्टी में शामिल हो सकते हैं। बैठक में कांग्रेस को आमंत्रित नहीं किया गया है। यही नहीं ममता बनर्जी का मत है कि रणनीतिक बैठक में कांग्रेस पार्टी को फिलहाल सम्मिलित न किया जाए क्योंकि कांग्रेस पश्चिम बंगाल में होने वाले चुनाव में ममता बनर्जी के तृणमूल कांग्रेस का प्रतिस्पर्धी दल है।